पेशेंट की मौत पर तड़पे परिजन, काटा हंगामा, डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
सरकार मरीजों के इलाज में बरती जा रही लापरवाही पर भले ही सख्त हो लेकिन डॉक्टर अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहे। ताज़ा मामला डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल का है,;
सुल्तानपुर: सरकार मरीजों के इलाज में बरती जा रही लापरवाही पर भले ही सख्त हो लेकिन डॉक्टर अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहे। ताज़ा मामला डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल का है, जहां इलाज में लापरवाही से मरीज़ की मौत के बाद मृतक के परिजनों ने हास्पिटल परिसर में जमकर हंगामा काटा और दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही की मांग करने लगे। बाद में पुलिस और हास्पिटल के अफसरों के आने के बाद मामला शांत हुआ।
गलत इंजेक्शन लगाने से हुई मौत
कोतवाली नगर के शास्त्री नगर मोहल्ले के निवासी मृतक के तीमारदार इमरान ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल का के डॉक्टरों ने उनके पेशेंट के साथ इलाज में जमकर लापरवाही बरती। पेशेंट अजीज अशरफ की हालत सीरियस होने पर बार-बार डाक्टर को बुलाया गया पर कोई वक़्त पर नही आया। इमरान ने आरोप लगाया कि हास्पिटल में डॉक्टरों की लापरवाही से पेशेंट की मौतें हो रहीं हैं पर अधिकारी डॉक्टर को बचाने में जुटे हैं। इमरान ने बताया कि ग़लत इंजेक्शन लगाये जाने से उनके पेशेंट की मौत हुई और जब डॉक्टर के बारे में पूछा गया कि इंजेक्शन किसने लगया है तो उसका जवाब देने से सभी कतरा रहे है।
सीएमएस बोले आरोप फर्जी
इस मामले पर सीएमएस योगेंद्र यति का कहना है की मौत डॉक्टर की लापरवाही से नहीं हुई बल्कि अपने आप हुई है। मरीज को सांस फूलने की बीमारी पहले से थी, इसका ट्रामा सेंटर में पहले से इलाज चल रहा था और इसकी हालत जब नाज़ुक हो गई तो घर के लोगों ने अस्पताल में भर्ती करवा दिया। यहां डॉक्टरों ने इसको समुचित इलाज करके ट्रामा सेंटर भेजने की कवायद शुरू ही की थी की मरीज की मौत हो गयी। लेकिन यह लोग कुछ समझ नहीं पा रहे। इनका आरोप बिलकुल फर्जी है, अगर इस प्रकरण में कोई दोषी है तो लाश का पोस्टमार्टम करवा लिया जाय तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।