उन्नाव में बेटियों की मौतः घटना के पीछे ये गहरा राज, तीसरी किशोरी की बिगड़ी हालत

उन्नाव कांड में कानपुर में भर्ती तीसरी किशोरी की हालत बिगड़ रही है। उसे सीसीयू में शिफ्ट किया गया है। हालांकि पुलिस ने किशोरी को दिल्ली एम्स में शिफ्ट करने की बात से इनकार किया है। राजनीतिक दलों के नेता गांव पहुंच गए हैं। धरना शुरू हो चुका है।

Update:2021-02-18 15:19 IST
पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। क्योंकि पुलिस ने जब किशोरियों के एक परिजन को पूछताछ के लिए उठाया तो राजनीतिक दलों के नेताओं ने विरोध कर दिया।

रामकृष्ण वाजपेयी

लखनऊ। उन्नाव के असोहा में दलित परिवारों की दो बेटियों की संदिग्ध हालात में मौत का मामला तूल पकड़ गया है। वहीं कानपुर में भर्ती तीसरी किशोरी की हालत बिगड़ रही है। उसे सीसीयू में शिफ्ट किया गया है। हालांकि पुलिस ने किशोरी को दिल्ली एम्स में शिफ्ट करने की बात से इनकार किया है। राजनीतिक दलों के नेता गांव पहुंच गए हैं। धरना शुरू हो चुका है। अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि घर से चारा लेने निकली तीनों लड़कियों की ये हालत किसने की और क्यों की। तीसरी बेटी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। पुलिस की छह टीमें जांच के लिए गठित की गई हैं।

ये भी पढ़ें...उन्नाव: पहले भी बेटियों की सुरक्षा के साथ हो चुका है खिलवाड़, जानें कब क्या हुआ?

बच्चियों को किसी ने मारना क्यों चाहा

पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। क्योंकि पुलिस ने जब किशोरियों के एक परिजन को पूछताछ के लिए उठाया तो राजनीतिक दलों के नेताओं ने विरोध कर दिया। इससे मामला उलझ गया है। भाजपा के विधायक भी क्षेत्र में पहुंच रहे हैं। वैसे इस क्षेत्र के नेता विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित हैं।

एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि तीनों लड़कियों का एक ही परिवार का होना। रिश्ते में एक भतीजी और दो बुआ का होना। और बच्चियों की उम्र देखते हुए ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है कि ऑनर किलिंग में इस घटना को अंजाम दिया गया है।

फोटो-सोशल मीडिया

फिलहाल सबसे बड़ा सवाल यह है बच्चियों को हाथ पैर बांधकर जहर क्यों दिया गया। इन बच्चियों को किसी ने मारना क्यों चाहा। फिलहाल अभी तक रंजिश की बात भी सामने नहीं आ रही है। अब तीसरी लड़की होश में आने के बाद ही पूरे मामले से पर्दा उठा सकती है।

इसबीच पुलिस की छह टीमें जांच में जुटी हैं। तीन युवकों से पुलिस पूछताछ कर रही है। जिसमें एक लड़की के परिवार का है। एक पड़ोसी है और एक अन्य युवक है।

ये भी पढ़ें...दहलाया उन्नाव कांड ने: भारी फोर्स से घिरा पूरा गाँव, बेटियों के शव को लेकर पहुंची JCB

तीनों हाथ पैर बंधी हालत में बेसुध

असोहा के गांव के दो भाइयों और एक भतीजे की ये किशोर की बेटियां घर से चारा लेने निकली थीं। इसके बाद तीनों लापता हो गईं। तलाश करने पर एक खेत में तीनों हाथ पैर बंधी हालत में बेसुध मिलीं। उनके मुंह से झाग निकल रहा था। जब तक इन्हें अस्पताल पहुंचाया गया।

इनमें दो बेटियों की मौत हो चुकी थी। तीसरी बेटी की हालत नाजुक है। गांव में तनाव है। विपक्षी दलों के नेताओं ने धरना देना शुरू कर दिया है। पुलिस दो बेटियों के शवों की अंत्येष्टि जल्द से जल्द कराने की तैयारी में जुटी है।

फोटो-सोशल मीडिया

बताया जा रहा है कि रात करीब आठ बजे जब तीनों किशोरियां खेत में मिलीं तो तीनों एक ही दुपट्टे और चादर से बंधी अचेत थीं। इनके मुंह से झाग निकल रहा था।

ये भी पढ़ें...उन्नाव केस: पीड़िता को दिल्ली शिफ्ट करने की मांग पर अड़ी भीम आर्मी

तीसरी किशोरी की हालत बिगड़ती जा रही

फोटो-सोशल मीडिया

अस्पताल में डॉक्टरों ने बुआ और भतीजी को मृत घोषित कर दिया, जबकि तीसरी 17 वर्षीय किशोरी को कानपुर स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि ताजा खबर यह है कि तीसरी किशोरी की हालत बिगड़ती जा रही है। कानपुर के अस्पताल में भर्ती किशोरी को सीसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है। डॉक्टरों की पूरी टीम उपचार में लगी है।

अस्पताल में बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है, मीडिया कर्मियों को भी बाहर ही रोक दिया गया है। अस्पताल के हर फ्लार पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि अस्पताल में ठीक इलाज हो रहा है। इसलिए फिलहाल दिल्ली एम्स में शिफ्ट करने का कोई प्लान नहीं है।

पुलिस की फील्ड यूनिट व डाग स्क्वाड ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटा लिए हैं। वहीं, जिला अस्पताल में डॉक्टर का कहना है कि गंभीर हालत में लाई गई किशोरी के मुंह से झाग निकल रहा था। उन्होंने जहरीला पदार्थ खाने के कारण ऐसी स्थिति की आशंका जताई है। गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।

ये भी पढ़ें...उन्नाव में पीडितों से मिलेंगे अखिलेश यादव, परिवार ने की है CBI जांच की मांग

Tags:    

Similar News