हंगामे और शोर शराबे के बीच यूपी विधानसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज तीसरे दिन ही शोर-शराबे और हंगामे के बीच अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। यह पहली बार हुआ जब इतने कम समय तक सत्र चला हो इसे लेकर विपक्ष ने अपनी नाराजगी भी व्यक्त की है।
लखनऊ: यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज तीसरे दिन ही शोर-शराबे और हंगामे के बीच अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। यह पहली बार हुआ जब इतने कम समय तक सत्र चला हो इसे लेकर विपक्ष ने अपनी नाराजगी भी व्यक्त की है। गुरुवार को विधानसभा के शीतकालीन का तीसरा दिन खासा हंगामेंदार रहा। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने आज प्रदेश भर में समाजवादी पार्टी द्वारा प्रदेश भर नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान सपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज और उन्हे जेल भेजे जाने का मामला उठाया।
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रामगोविन्द चौधरी ने इस मुददे को सदन में उठाया
नेता प्रतिपक्ष द्वारा इस मुददे को सदन में उठाने के साथ ही समाजवादी पार्टी के सारे सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए। नेताप्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने कहा कि प्रदेश की सरकार द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से जो विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उसे लाठी गोली से दबाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में प्रदर्शन पूर्व प्रस्तावित था बावजूद इसके सरकार द्वारा इस आंदोलन को कुचलने की गरज से बड़े पुलिस और प्रशासनिक बल के साथ दबाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजो के जमाने में भी पुलिस ने ऐसी दमनात्मक कार्रवाई नहीं की।
उन्होंने मीडिया में आए उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें डीजीपी द्वारा यह कहा गया था कि सपा के आंदोलन को कुचल दिया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि संविधान में अपनी बात कहने का हक सभी को है। जिसके तहत ही सपा कार्यकर्ता अपनी बात कहना चाहते थे और पुलिस ने पार्टी कार्यकर्ताओं को लाठीडंडों से उन्हे दबाने का प्रयास किया और कई कार्यकर्ताओं को कुचलने का प्रयास किया। नेता प्रतिपक्ष द्वारा इस मुददे सरकार के खिलाफ रूख अख्तियार करने पर सपा के बाकी सदस्य भी उत्तेजित हो गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए। शोरशराबे और हंगामें के बीच ही विधानसभाध्यक्ष हदय नारायण दीक्षित ने नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी से अपने सदस्यों के साथ अपने आसन पर जाने को कहा। सपा के उत्तेजित सदस्य विधानसभाध्यक्ष का यह आग्रह मानने को तैयार नहीं हुए।
संसदीय कार्यमत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा ये
समाजवादी पार्टी के सदस्यों द्वारा सदन में किए जा रहे शोरशराबे और हंगामें के बीच संसदीय कार्यमत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि विपक्ष के पास कोई काम नहीं बचा है और ये लोग जनता की भावनाओं के साथ कुठाराघात कर रहे है। जनता ने इनकों सदन में अपनी समस्याएं रखने के लिए भेजा है। पर ये लोग उनकी बात न रखने की जगह शोरशराब कर सदन का समय खराब कर रहे है। संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि ऐसे सदस्यों को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर अपने घर बैठ जाना चाहिए। उधर मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के सहयोग में कांग्रेस के सदस्य भी वेल में हंगामा और नारेबाजी करते रहे। कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य अजय कुमार लल्लू जोर.जोर से सरकार के खिलाफ नारे लगाते रहे। इधर राज्य सरकार ने ने 4210 करोड़ का अनुपूरक अनुदान बिना चर्चा के पास करा लिया। समाजवादी पाटी सदस्यों के शोरशराबे और हंगामें के बीच जहां एक ओर अनुपूरक अनुदान बिना चर्चा के पास हो गया इसके साथ ही विधानसभा का शीतकालीन स़त्र जो पूर्व में चार दिन के लिए निर्धारित हुआ था वह विपक्ष के विरोध चलते एक दिन पहले ही समाप्त हो गया।
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आज ही विधानसभा में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने गुमनामी बाबा उपाख्य भगवान जी जांच आयोग पर न्यायमूर्ति विष्णु सहाय की रिपोर्ट की संस्तुतियों पर की गयी कार्यवाही के विवरण जांच आयोग अधिनियम 1952 को सदन के पटल पर रखा। आज ही सदन में शिक्षक सेवा चयन आयोग अधिनियम 2019,यूपी मंत्री वेतन भत्ता अधिनियम 2019,राज्य विश्वविदयालय तृतीय संशोधन अधिनियम ध्वनिमत से पारित हुआ। विधानसभाध्यक्ष ने नियम 51 के तहत प्राप्त सभी सूचनाओं को स्वीकार किया।