आगराः पुलिस का इकबाल खत्म हो रहा है। चर्चाओं और विभिन्न मंचों से यह बात अरसे से कही जा रही है। लॉ एंड ऑर्डर और भ्रष्टाचार को लेकर विपक्षी ही नहीं कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव भी सवाल खड़े कर चुके हैं। लेकिन इस बार एक सिपाही ने यूपी सरकार को आइना दिखा दिया है।
आगरा जोन के एक सिपाही ने सीधे सीएम को कड़वा खत लिखकर इसकी वजह साफ की है। सीएम अखिलेश ने इसे संज्ञान में लेते हुए बिंदुवार आख्या मांगी है। कोतवाली थाने में तैनात सिपाही अभिनव कुमार का खत लखनऊ के बड़े अफसरों की टेबल से जांच को आगरा तक पहुंच गया है। इससे विभाग में खलबली के हालात हैं।
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सिपाही ने लिखा है कि 98 प्रतिशत चार्ज पर तैनात भ्रष्ट अफसर लूट मचाए हैं। नेताओं की मनमानी बदस्तूर जारी है। सिपाही ने लिखा है कि अगर, माता-बहनें छेड़ी जाती रहीं, आम आदमी लुटता पिटता रहा तो पुन: सरकार में वापसी संभव नहीं है। सिपाही के खत में सरकारी नीतियों पर भी सवाल उठाए गए हैं।
सीएम को सीधे लिखा सिपाही ने खत
-आगरा जोन के एक सिपाही अभिनव कुमार ने सीएम अखिलेश यादव को सीधा पत्र भेजकर पुलिस के मनोबल गिरने के 30 कारण लिखे गए हैं।
-पत्र में लिखे 30 बिंदुओं में से अधिकतर पर आख्या मांगी गई है।
-जिलों में पहुंचे इस सिपाही के खत से विभाग में खलबली के हालात हैं।
-अब स्थानीय स्तर पर अधिकारी पशोपेश में हैं कि सिपाही के खत के बिंदुओं पर क्या रिपोर्ट दी जाए।
ये लिखा है खत में
-सपा की सरकार से हमें बहुत उम्मीदें थीं। अब इमानदारों के ऊपर महाभ्रष्ट अफसर नियुक्त कर दिए हैं।
-पुलिस का इकबाल कैसे कायम होगा? कानून व्यवस्था तो अराजपत्रितों के हाथ में होती है। अधिकारी तो केवल भाषण देकर पुलिस की -जांच करता है और अनुशासन के नाम पर ट्रांसफर पोस्टिंग कर धन वसूली करता है।
बंद कराओ अधिकारियों की अवैध वसूली
-सिपाहियों को सहूलियतें दो, अधिकारियों की मासिक वसूली बंद कराओ।
-सिपाही से आवास के लिए 15 हजार से 20 हजार रिश्वत ली जाती है।
-गश्त करने को बाइक का पेट्रोल और अपराधी को पेशी पर दूसरे जिले में ले जाने को कोई खर्च नहीं मिलता है।
-सिपाही को साल में एक बार 1800 रुपए वर्दी भत्ता मिलता है, जिससे मौसम के अनुसार वर्दी तो दूर जूते भी नहीं आते।
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प्राइवेट गाड़ियों में भरा जा रहा सरकारी तेल
-अफसरों के पैतृक घरों पर सरकारी चालक और सुरक्षाकर्मी लगे हैं।
-अफसरों की प्राइवेट गाड़ियों में सरकारी तेल भरा जा रहा है।
-अफसरों ने बंगलों, कोठियों पर 6 से अधिक सरकारी वाहनों को घेरकर रखा है।
-उन्हें थानों चौकियों पर गस्त के लिए रवाना किया जाए।
-सभी अफसरों को एक फालोवर, एक गनर, एक चालक, एक वाहन ही आवंटित किया जाए। इस आदेश का सख्ती से पालन कराया जाए।
ऐसे सत्ता में दुबारा नहीं होगी वासपी
-प्रदेश में बन जाए सोने चांदी की सड़के फिर भी नहीं थमेगा अपराध
-मुख्यमंत्री जी, जिनको अपराध नियंत्रण का अनुभव है, उन्हीं से काम लिया जाए।
-उन्हें प्रोत्साहित करें, अपराध रुक जाएगा। अन्यथा प्रदेश में सोने की सड़कें बनवा देना।
-अगर, माता-बहनें छेड़ी जाती रहीं, आम आदमी लुटता पिटता रहा तो पुन: सरकार में वापसी संभव नहीं है।
-98 प्रतिशत चार्ज पर तैनात भ्रष्ट अफसर लूट मचाए हैं।
क्या कहना है एसएसपी का
एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि सिपाही के पत्र में पुलिस के वेलफेयर और सिस्टम की कमी के बारे में जो भी सही सवाल उठाएं गए होंगे। उन पर स्थानीय स्तर पर आवश्यक एक्शन लिया जाएगा। शासन स्तर के सवालों की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित की जाएगी।
सिपाही का लेटर
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