पहली जुलाई से इस अभियान में यूपी सरकार के 12 विभाग जुटेंगे

दिमागी बुखार समेत अन्य संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए यूपी सरकार के 12 विभागों ने कमर कस ली है। यह 12 विभाग आगामी पहली जुलाई से संचारी रोग नियंत्रण के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में अभियान चलायेंगे।

Update: 2019-06-14 11:00 GMT

लखनऊ: दिमागी बुखार समेत अन्य संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए यूपी सरकार के 12 विभागों ने कमर कस ली है। यह 12 विभाग आगामी पहली जुलाई से संचारी रोग नियंत्रण के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में अभियान चलायेंगे।

इसके लिए पाथ और यूनिसेफ के साथ इन 12 सरकारी विभागों के प्रतिनिधियों ने एक कार्यशाला का में हिस्सा लिया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि व प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि वर्ष 2017 में एईएस से 655 मौते हुई थी जो 2018 में घटकर 248 हो गयी। इसी तरह जेई से वर्ष 2017 में 93 मौते हुई थी जो वर्ष 2018 में 30 पर पहुंच गयी ।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में दिमागी बुखार के नियंत्रण के लिए पहले से बेहतर काम हुआ है और अब इस बीमारी को जड़ से मिटाना है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह काम केवल कड़ाई करने से नही होगा बल्कि इसकी भावना अंदर से आनी चाहिये। इस अभियान में जो विभाग शामिल है, उन्हे इसमें केवल खानापूर्ति नहीं करनी है बल्कि इसे अपना काम मान कर करना होगा और लक्ष्य के पार जाना होगा।

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कार्यशाला में शामिल ग्राम्य विकास व स्वास्थ्य राज्य मंत्री महेन्द्र सिंह ने कहा कि वर्ष 2017 में 28 हजार टीकाकरण का लक्ष्य था जबकि करीब 34 लाख का टीकाकरण किया गया। इसी तरह वर्ष 2018 में 26 लाख टीकाकरण के लक्ष्य के सापेक्ष 32 लाख टीकाकरण किया गया। उन्होंने बताया कि इस बार अभियान में टीकाकरण में और प्रगति करनी है। करीब 64 हजार आंगनबाड़ी कायकत्रियों को इसमें लगाया जायेगा।

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कार्यशाला में शामिल पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डा. एसएम प्रसाद ने बताया कि यूपी में औसतन 829 लोग प्रति वर्ग किमी क्षे़त्र में रहते है और गोरखपुर में यह औसत 1337 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी. है। यह बहुत ही घनी आबादी वाला शहर है और यहां करीब 1.35 लाख सुअर पाले जाते है। उन्होंने कहा कि उनका विभाग लोगो को सूअर पालन की जगह बकरी व मुर्गी पालन करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। इसके अलावा सूअर पालन करने वालों को इसे आबादी से दूर पालने का निर्देश दिया गया है।

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