UP: राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों की स्थिति पर चिंता की व्यक्त, बोलीं- समर्पण व ताल-मेल का आभाव

UP Latest News Today: राज्यपाल ने राज्य विश्वविद्यालयों की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि किसी न किसी कमी के कारण राज्य विश्वविद्यालय नैक रैंकिंग में पिछड़ रहे हैं।

Published By :  Shreya
Update:2022-04-04 20:29 IST

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (फोटो- न्यूजट्रैक)

UP Latest News Today: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल (UP Governor Anandiben Patel) ने शिक्षण संस्थानों के शोध तथा प्रोजेक्ट कार्यों को किसानों (Farmers) व आम आदमी की समस्याओं से जोड़े जाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय उपयोगी शोध कार्यों को जनता के बीच ले जाएँ और उनके प्रयोग के लिए उपलब्ध कराएं।

आज डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (Dr. A.P.J. Abdul Kalam Technical University), लखनऊ में नैक मंथन पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुए राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के स्वायत्त संस्थान के रूप में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिसर (नैक) की स्थापना की गयी थी।

उन्होंने कहा कि इस दो दिवसीय नैक मंथन का आयोजन भी इसी उद्देश्य से किया गया है ताकि प्रदेश के विश्वविद्यालय नैक मूल्यांकन के निर्धारित मापदण्डों के अनुसार अपनी तैयारी कर सके।

विश्वविद्यालयों की स्थिति पर चिंता की व्यक्त

राज्यपाल ने राज्य विश्वविद्यालयों की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि किसी न किसी कमी के कारण उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालय नैक रैंकिंग में पिछड़ रहे हैं। विश्वविद्यालयों में समर्पण तथा ताल-मेल का अभाव है, जिससे विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हो पा रहा है।

कुलाधिपति ने विश्वविद्यालयों में शोध कार्यों के लिए दी जाने वाली ग्रांट का स्तर बदलने पर जोर देते हुए कहा कि जब तक जमीनी स्तर पर कार्य नहीं होगा तब तक बदलाव नहीं आ सकता इसलिए कुलपतियों, अध्यापकों तथा छात्रों को गांव में जाकर किसानों से मिलकर उनकी समस्याएं जानकर उन समस्याओं के समाधान के लिए एक नीति बनानी चाहिए। राज्यपाल ने उपयोगी और आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने वाली शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि वे सिर्फ डिग्री प्रदान करने का कार्य न करें अपितु विद्यार्थियों को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने वाले पाठ्यक्रमों पर बल दें तथा लघु उद्योग, छोटे स्टार्टअप प्रारम्भ करने के लिए प्रोत्साहित करें।

उन्होंने कहा कि जिसे जो दायित्व दिया गया है उसे पूरी ईमानदारी से निभाये तभी हम अपने उद्देश्य में सफल हो सकेंगे। साथ ही उन्होंने नैक के डायरेक्टर प्रो0 एस.सी. शर्मा और उनकी टीम को धन्यवाद दिया।

इसके पहले अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता ने दो दिवसीय नैक मंथन कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि इसका आयोजन राज्यपाल जी के मार्गदर्शन में किया गया है। उन्होंने सभी कुलपतियों से आह्वान किया कि नैक मंथन के अनुभव का उपयोग कर विश्वविद्यालय के विकास में योगदान दें।

इस मौके पर बोलते हुए नैक डायरेक्टर प्रो एस.सी. शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के साथ नैक मानदंडों का समन्वय बनाकर हम विश्वविद्यालय स्तर पर बहुत आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने नैक के 7 मानदंडों पर भी संक्षिप्त पर प्रकाश डाला।

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