Umesh Pal Murder Case: गुड्डू मुस्लिम को लेकर STF का बड़ा दावा, विरोधी गैंग से जा मिला है फरार बमबाज
Guddu Muslim: फरार गुड्डू मुस्लिम को लेकर एसटीएफ ने बड़ा दावा किया है। एसटीएफ का कहना है कि गुड्डू ने अतीक के साथ धोखेबाजी की।
Guddu Muslim: प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड में शामिल आरोपियों में से कईयों को यूपी एसटीएफ निपटा चुकी है। जबकि माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ को तीन बदमाशों ने अस्पताल के बाहर ढेर कर दिया था। ऐसे में अब इस हत्याकांड के चार अहम किरदार बचे हैं, जो पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इनमें माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता के अलावा बमबाज गुड्डू मुस्लिम, शूटर अरमान और साबिर शामिल हैं। इन सबों पर पुलिस ने इनाम घोषित कर रखा है।
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फरार चल रहे आरोपियों में यूपी एसटीएफ के निशाने पर अब बमबाज गुड्डू मुस्लिम है। एसटीएफ और पुलिस की टीम किसी भी कीमत पर इस अपराधी को जल्द से जल्द दबोचना चाहती है। बम मारकर अपने टारगेट को मौत के घाट उतारने वाला गुड्डू मुस्लिम के बारे में कई तरह की अफवाहें भी तैर रही हैं। उनमें से एक अफवाह ये भी है कि उसी ने अतीक के तीसरे बेटे असद का लोकेशन लीक किया था, जिसके बाद 13 अप्रैल को झांसी में एसटीएफ ने असद के साथ-साथ मोहम्मद गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया था।
विरोधी गैंग से जा मिला है फरार बमबाज
उमेश पाल हत्याकांड के फरार आरोपियों को दबोचने के लिए करीब दो महीने से ऑपरेशन चला रही यूपी एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने गुड्डू मुस्लिम को लेकर बड़ा दावा किया है। एसटीएफ के मुताबिक, 5 लाख का इनामी अपराधी मुस्लिम ने अपनी जान बचाने के लिए अतीक विरोधी गैंग से हाथ मिला लिया है। गुड्डू मुस्लिम इसमें शुरूआत से ही माहिर रहा है। अतीक के साथ जुड़ने से पहले उसने कई कुख्यात माफियाओं और अपराधियों के साथ काम किया है। उनके मारे जाने के बाद उसने दूसरे गैंग से हाथ मिलाने में जरा भी देरी नहीं की है।
क्या गुड्डू मुस्लिम ने असद को मरवाया ?
मीडिया में ऐसी अफवाह जोरों पर है कि गुड्डू मुस्लिम ने ही माफिया अतीक अहमद के तीसरे बेटे और उमेश पाल पर हमले को लीड करने वाले असद अहमद को मरवाया है। उसने ही अतीक के बेटे की लोकेशन पुलिस तक पहुंचाई, जिसके बाद उसका एनकाउंटर हुआ। हालांकि, एसटीएफ इस थ्योरी को सिरे से खारिज करती है। एसटीएफ चीफ अमिताभ यश का कहना है कि हमारे पास ऐसी कोई सूचना नहीं है। हमारे पास उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। ऐसे में वो हमसे संपर्क क्यों करेगा।
लगातार लोकेशन बदल रहा गुड्डू मुस्लिम
एसटीएफ चीफ अमिताभ यश ने गुड्डू मुस्लिम को एक पेशेवर किलर बताया है। उन्होंने कहा कि वह आदतन और अकेले अपराध करने वाला अपराधी है। वह किसी भी अपराध को अकेले अंजाम देने में माहिर है, इसलिए उसे पकड़ना जरूरी है। गुड्डू मुस्लिम 24 फरवरी यानी घटना वाले दिन से अब तक लगातार लोकेशन बदल रहा है। मेरठ में ये एसटीएफ से मिस हो गया था। तब इसने अतीक के रिश्तेदार के घर में पनाह ले रखी थी। लेकिन एसटीएफ के पहुंचने से ऐन पहले वह वहां से निकलने में कामयाब रहा।
मेरठ के बाद भी एसटीएफ ने इसको कई जगह ट्रैक किया, मगर पकड़ में आने से पहले ही ये अपना स्थान बदल लेता था। ये काफी शातिर किस्म का अपराधी है। असद के एनकाउंटर के बाद इसके अजमेर में छिपे होने की जानकारी मिली थी लेकिन वहां भी वह एसटीएफ के हाथ नहीं लग पाया। इसके बाद एसटीएफ ने महाराष्ट्र के भी कई शहरों में सर्च ऑपरेशन चलाया था मगर वहां भी वह नहीं मिला। गुड्ड मुस्लिम के पीछे एसटीएफ की कई टीमें लगी हुई हैं। एसटीएफ को उसकी लास्ट लोकेशन कर्नाटक में मिली है। जिसके बाद एक टीम को वहां के लिए रवाना कर दिया गया है।
क्यों खतरनाक है बमबाज गुड्डू मुस्लिम ?
उमेश पाल हत्याकांड में शामिल अपराधियों में गुड्डू मुस्लिम ही एक ऐसा शख्स है, जिसका दशकों का आपराधिक इतिहास है। माफिया अतीक अहमद की तरह उसने भी जरायम की दुनिया में अपना नाम कमाया है। उसने उत्तर प्रदेश के लगभग उन तमाम कुख्यात माफियाओं और बाहुबलियों के साथ काम किया है, जिनका किसी जमाने में काफी धाक था। गुड्डू मुस्लिम प्रदेश के सबसे बड़े माफिया डॉन रहे श्रीप्रकाश शुक्ला को अपना गुरू मानता था। शुक्ला के एनकाउंटर के बाद वह गोरखपुर के ही एक अन्य कुख्यात अपराधी और आईएसआई एजेंट परवेज टाडा के लिए काम करने लगा। मुस्लिम उसके लिए बम बनाया करता था। टाडा के मारे जाने के बाद वह माफिया मुख्तार अंसारी के गैंग के करीब आया। इसके अलावा वह प्रदेश के अन्य दो बाहुबलियों अभय सिंह और धनंजय सिंह के लिए भी काम कर चुका है।
गुड्डू मुस्लिम की डिमांड यूपी के पड़ोसी राज्य बिहार के माफियाओं और बाहुबलियों के बीच भी खूब थी। इस चक्कर में वह एकबार जेल जाने वाला था। दरअसल, मुस्लिम पटना की बेउर जेल में बंद माफिया राजन तिवारी से मिलने गया था। वह वहां किसी की हत्या की सुपारी लेने की बात करने गया था। अतीक अहमद से उसके संबंध साल 1999 में तब बने थे, जब माफिया ने हाईकोर्ट से उसकी जमानत करवाई थी। गुड्डू मुस्लिम को तब एनडीपीएस एक्ट में 10 साल की सजा हुई थी। उसके विस्तृत आपराधिक इतिहास को देखते हुए यूपी एसटीएफ जल्द से जल्द उसे गिरफ्तार करना चाहती है।
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या उनके घर के सामने कर दी गई थी। इस घटना के कई सीसीटीवी फुटेज वायरल हुए थे। जिनमें से एक फुटेज गुड्डू मुस्लिम की भी वायरल हुई थी। एक तरफ जहां अन्य शूटर उमेश पाल और उसके दो सरकारी गनर पर दनादन गोलियां बरसा रहे थे। वहीं, मुस्लिम अपने हाथ में रखे थैले में से एक-एक कर बम निकालकर घटनास्थल के आसपास फेंक रहा था ताकि वहां दहशत का माहौल बन सके और लोग पास आने की हिम्मत न करें।