डॉक्टर के बेटे को अगवा कर मांगे 70 लाख रुपए, पूरी बात जानकर खड़े हो जाएंगे रोंगटे
अपहृत छात्र को दिल्ली के बक्करवाला स्थित डीडीए फ्लैट में रखा गया था। एसपी ने बताया कि इस घटना में शामिल प्रीति मेहरा फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
लखनऊ: नोएडा एसटीएफ और गोंडा पुलिस दोनों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दोनों ने मिलकर उत्तर प्रदेश के गोंडा से अगवा किए गए मेडिकल के छात्र को सकुशल बरामद कर लिया है।
इस दौरान बदमाशों के साथ पुलिस की मुठभेड़ भी हुई थी। जिसके बाद एसटीएफ ने 3 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इस गैंग में शामिल एक महिला डॉक्टर अभी फरार बताई जा रही है। छात्र को अगवा कर उसके परिवार से 70 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी।
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क्या है ये पूरा मामला
गौरव हलदर बहराईच जिले का रहने वाला है। उसके पिता डॉक्टर हैं। वह गोंडा में मेडिकल (बीएएमएस) की पढ़ाई करता है।
बीते दिनों हॉस्टल से उसका अपहरण कर लिया गया था। उसे छोड़ने के बदले में घरवालों से 70 लाख की फिरौती मांगी गई थी।
फिरौती की रकम के लिए बदमाशों ने छात्र के स्वजन को 22 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया था। अल्टीमेटम का समय समाप्त होने से पहले ही बदमाश एसटीएफ के हत्थे चढ़ गए। बदमाशों ने छात्र को दिल्ली एनसीआर के कई अलग-अलग ठिकानों पर छिपा कर रखा था।
एसटीएफ ने इस मामले में शुक्रवार सुबह ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर स्थित ऑफिस पर प्रेस कांफ्रेंस करके जानकारी दी है कि अपहरण मामले में अभिषेक सिंह, नितेश व मोहित को गिरफ्तार किया गया है।
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पैसे देने के लिए 22 जनवरी तक की दी थी मोहलत
एसटीएफ के एएसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि बदमाशों ने छात्र के पिता से कहा था कि फिरौती की रकम के लिए 22 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया है यदि तय तारीख पर फिरौती की रकम बदमाशों को नहीं मिलती है तो वह छात्र की हत्या कर देंगे। किसी अनहोनी से पहले ही एसटीएफ ने बदमाशों को गिरफ्तार कर अपहरण के मामले का पर्दाफाश कर दिया है।
वही, एसटीएफ की जांच में अब तक यह भी पता चला है कि जिस दिन छात्र का अपहरण किया गया उस दिन छात्र कॉलेज से अपने दोस्तों को यह बता कर निकला था कि वह थोड़ी देर में वापस आ जाएगा।
छात्र के छात्रावास से बाहर निकलने की एंट्री रजिस्टर में नहीं मिली है। करीबी के ही पूरे घटनाक्रम में शामिल होने की आशंका पूर्व में जो जताई गई थी वह सही निकली है।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला है कि इस घटना का मास्टरमाइंड डॉक्टर अभिषेक सिंह है। वह जनपद गोंडा का रहने वाला है, तथा अपहृत छात्र गौरव को वह जानता है।
महिला डॉक्टर के साथ मिलकर आरोपी ने रची थी साजिश
डॉ. अभिषेक दिल्ली के नजफगढ़ स्थित राठी अस्पताल में डॉक्टर के रूप में काम करता है। यहीं पर काम करने वाली डॉक्टर प्रीति मेहरा नामक एक महिला डॉक्टर के साथ मिलकर उसने इस घटना का ताना-बाना बुना।
प्रीति मेहरा के माध्यम से उसने गौरव से बातचीत शुरू करवाई, तथा उसे जनपद गोंडा में मिलने के लिए 18 जनवरी को बुलाया। वहां से इन लोगों ने छात्र को अगवा कर लिया, तथा उसे नशे का इंजेक्शन देकर गोंडा से दिल्ली की लेकर आए।
इन लोगों ने अपहृत छात्र को दिल्ली के बक्करवाला स्थित डीडीए फ्लैट में रखा था। एसपी ने बताया कि इस घटना में शामिल प्रीति मेहरा फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
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