UP News: आतंकियों से लोहा लेने को तैयार यूपी की बेटियां, हाथों में AK-47 और अत्याधुनिक पिस्टल, SPG-NSG के ट्रेनर दे रहे प्रशिक्षण

UP Women Commando Fleet :यूपी की योगी सरकार ने आतंकियों से लोहा लेने के लिए महिला कमांडो यूनिट तैयार की है। देश में महिला कमांडो की ये पहली ऐसी यूनिट है जो सीधे तौर पर आतंकियों से लड़ने में सक्षम होगी। जानें इसके बारे में...

Report :  aman
Update:2023-10-21 19:14 IST

UP Women Commando Fleet (Social Media)

UP Women Commando Fleet: देश की सुरक्षा सर्वोपरि है। आतंकी घटनाओं (Terrorist Incidents in India) से निपटने के लिए देश की पहली महिला कमांडो बटालियन (Mahila Battalion) उत्तर प्रदेश में तैयार हो रही है। यूपी एटीएस (UP ATS) में देश की पहली 'महिला कमांडो टीम' तैयार किया जा रहा है। इसी के साथ यूपी देश का पहला राज्य होगा, जहां आतंकी/आपराधिक घटनाओं से निपटने के लिए कमांडो टीम में महिलाओं की स्पेशल यूनिट होगी। 

ATS के इन महिला कमांडो को एके-47 (AK-47) जैसे अत्याधुनिक हथियार दिए गए हैं। अत्याधुनिक पिस्टल से लैस ये महिला कमांडो न सिर्फ दुश्मनों पर नजर रखेगी, बल्कि जरूरत पड़ने पर सीधे उनसे दो-दो हाथ करने को तैयार भी होगी। इसे यूपी सरकार की आतंकियों के खिलाफ और सुरक्षा की दृष्टि से अहम माना जा रहा है। जानकारी के अनुसार, इसमें 30 महिला पुलिसकर्मियों को SPG और NSG के ट्रेनरों द्वारा ट्रेनिंग दिलाई गई है। 

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आतंकियों से लोहा लेंगी UP की बेटियां 

यह देश की पहली महिला कमांडो टीम (India's First Women Commando Team) है, जिसे UP ATS तैयार कर रही है। यूपी एटीएस के 'स्पॉट ट्रेनिंग सेंटर' (SPOT Training Center) अर्थात स्पेशल पुलिस ऑपरेशन टीम (Special Police Operation Team) के सेंटर पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। 30 महिला कमांडो की टीम तैयार की जा रही है। पुरुष कमांडो के साथ हर बैच में 6 महिला कमांडो तैयार की जा रही हैं। ये सभी महिला कमांडो ग्लॉक पिस्टल (glock pistol), MP5, AK-47 जैसे खतरनाक हथियार चलाने से लेकर बंद कमरे में छिपे आतंकियों को दबोचने तक की चुनौतियों से निपटने को तैयार हैं।

ट्रेनिंग में क्या-क्या? 

सबसे पहले, महिला कमांडो टीम के सदस्यों की 4 महीने का प्रशिक्षण 'स्पॉट सेंटर' से शुरू हुआ। इसमें इन्हें खुद को शारीरिक तौर पर मजबूत करने की ट्रेनिंग दी गई। इसके बाद इन्हें पूरी तरह ऑटोमेटिक हथियारों की ट्रेनिंग, कम्युनिकेशन तथा ऑपरेशनल टैक्टिक्स भी सिखाई गई। 

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कैसे होता है चयन? 

देश की कई बेटियां होंगी जिनकी इच्छा देश सेवा की होगी, तो उन्हें बता दें कैसे वो यहां तक पहुंच सकती हैं। इन महिला कमांडो का चयन कठिन परीक्षा के बाद हुआ है। ऑफिसर्स ने प्रदेश भर की सिविल और PAC में तैनात महिला कांस्टेबल में से उनकी शारीरिक (Physical), मानसिक (Mental) और बुद्धिमत्ता (Intelligence) को परखने के बाद इन्हें कमांडो ट्रेनिंग के लिए चुना। प्रदेश भर से ऐसी 30 महिला कमांडो ट्रेनिंग के लिए तैयार हो रही है। शुरुआत के चार महीने की स्पॉट सेंटर पर ट्रेनिंग होती है। जिसमें उन्हें शारीरिक तौर पर मजबूत करने की ट्रेनिंग के साथ-साथ हथियारों की ट्रेनिंग, कोडेड कम्युनिकेशन, ऑपरेशन टैक्टिक्स की ट्रेनिंग दी जाती है।

SPG-NSG के ट्रेनरों ने दिया प्रशिक्षण 

नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG)-विशेष सुरक्षा दल (SPG) की तरह ही UP ATS की महिला कमांडो टीम भी VVIP सुरक्षा हो या फिर किसी ऑपरेशन को अंजाम देने की जरूरत, हर तरह की ड्यूटी को अंजाम देने के लिए तैयार हो रही हैं। यूपी एटीएस और यूपी पुलिस ट्रेनर्स के साथ BSF, CRPF, NSG के ट्रेनर भी बुलाए जा रहे हैं। मौजूदा समय में BSF से डेप्यूटेशन पर एडिशनल एसपी संजय कुमार शर्मा बुलाए गए हैं।  

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