UP Election 2022: विधानसभा चुनाव 2017 में झूमकर पड़े थे वोट, भाजपा ने लहराया था परचम, अब 2022 पर निगाहें
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश के जनपद सोनभद्र में 2017 के विधानसभा चुनाव में खूब वोट पड़े थे जिसमें भाजपा ने परचम लहराया था, अब 2022 पर लोगों की निगाहें टिकी हैं।;
सोनभद्र: विधानसभा चुनाव 2022: Photo - Social Media
Sonbhadra News: चुनावी दुंदुभी बजने के साथ ही कोरोना महामारी (corona pandemic) के साए के बीच हो रहे 2022 के विधानसभा चुनाव (UP Election 2022 ) और ताजा समीकरण में बाजी किसके हाथ होगी और मतदाताओं का वोटिंग के प्रति कितना रुझान होगा? इसको लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में जहां सभी विधानसभाओं में झूमकर वोट पड़े थे। वहीं मोदी लहर पर सवार भाजपा ने सहयोगी दल के साथ जिले की चारों सीटों पर कब्जा कर इतिहास रच दिया था। इस बार क्या स्थिति होगी? इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।
61.23 प्रतिशत मतदाताओं ने डाले थे वोट
2014 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2014) में जहां जिले के 52.75 प्रतिशत मतदाताओं ने ही अपने अधिकार का प्रयोग किया था। वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में यूपी में बही बदलाव की बयार ने मतदान बढ़ाकर 61.23 प्रतिशत कर दिया। सबसे अधिक घोरावल में 65.15 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला था। इससे पहले के चुनावों में भी घोरावल में वोट डालने वालों का प्रतिशत दूसरे विधानसभाओं से अधिक रहा है। इस बार समीकरण पिछली बार से अलग दिख रहे हैं। जहां महंगाई की मार ने मध्यम वर्ग की नींद उड़ा रखी है। वहीं कोरोना महामारी का साया लोगों के बेचैनी बढ़ाए हुए हैं। ऐसे में इस बार वोटरों का क्या रूख होगा? बूथों तक मतदाताओं के पहुंचने की क्या स्थिति होगी? इसको लेकर राजनीतिक पंडित अलग-अलग निहितार्थ निकालने में लगे हुए हैं।
2017 में दुद्धी में हुई थी कड़ी टक्कर
पूर्व मंत्री विजय सिंह गोंड़ के प्रभाव वाली सीट मानी जाने वाली दुद्धी विधानसभा में 2017 में मोदी लहर के बावजूद भाजपा के सहयोगी दल अपना दल एस को कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ा था। महज 1085 वोट से अद एस प्रत्याशी हरिराम विधायक निर्वाचित हो पाए थे। कांग्रेस ने भी यहां अच्छी उपस्थिति दर्ज कराई थी। इस बार समीकरण तो अलग हैं ही, 2017 में बसपा के उम्मीदवार रहे विजय सिंह गोंड़, 2022 के चुनाव में सपा से दावेदारी कर रहे हैं। पिछले छह माह से लगातार वह गांव-गांव जाकर लोगों से संपर्क करने में भी लगे हुए हैं।
राबर्ट्सगंज, घोरावल और ओबरा में भाजपा को मिली थी एकतरफा जीत, जीत के आंकड़ों के बने थे नए रिकॉर्ड
2017 के चुनाव में राबर्ट्सगंज, घोरावल और ओबरा विधानसभा में भाजपा को एकतरफा जीत मिली थी। राबर्ट्सगंज में जहां भाजपा के भूपेश चौबे को 89932 वोट मिले थे। वहीं सपा के अविनाश कुशवाहा को 49394 मत प्राप्त हुए थे। सपा को 2012 में मिले मतों से ज्यादा वोट मिले थे बावजूद मोदी लहर ने सारे समीकरण बिखेर कर रख दिए। घोरावल में भी भाजपा ने 114305 मत पाने का रिकॉर्ड बनाया था।
यहां दूसरे नंबर पर ही सपा को महज 56656 वोट मिले थे। वहीं बसपा प्रत्याशी बीना सिंह को 53090 वोट प्राप्त हुए थे। ओबरा में भाजपा के संजीव गोंड़ को 78058 वोट प्राप्त हुए थे वहीं सपा के रवि गोंड़ को 33789 वोट पर संतोष करना पड़ा था। बता दें कि राबर्ट्सगंज और ओबरा में 2017 के चुनाव में सपा को जितने मत प्राप्त हुए थे, वह 2012 में जीत के आंकड़े से भी ज्यादा थे लेकिन 2017 में मोदी लहर पर सवार भाजपा को मिले मतों ने नए रिकॉर्ड बना डाले। इस बार के चुनाव में जीत किसकी होगी, जिताऊ आंकड़ा क्या होगा? यह तो मतगणना का परिणाम बताएगा लेकिन चुनावी बतकही में इसको लेकर अटकलबाजी शुरू हो गई है।
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