पीएचडी चैम्बर आफ कामर्स के वेबिनार में कृषिमंत्री से उद्यमियों ने कही ये बातें
पीएचडी चेम्बर आफ कामर्स के पदाधिकारियों के साथ एक वेबिनार में उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों को जिस इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता है उत्तर प्रदेश उसे पूर्ण करने में सक्षम है तथा उत्तर प्रदेश में निर्यात एवं प्रोसेस्ड मिल्क की फैक्ट्री लगाने कीअपार संभावनाएं हैं।
लखनऊ: यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा उत्तर प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य 2022 तक किसानों की आय दोगुना करना है। उन्होंने कहा पिछले 3 वर्ष से उत्तर प्रदेश में गेहूं, चावल, चीनी जैसी चीजों का उत्पादन में साल दर साल बढ़ोतरी हो रही है और हमें ऐसी नई तकनीकीयों की जरूरत है जिससे किसान प्रदेश में कम से कम आय में ज्यादा से ज्यादा उत्पादन कर सकें।
प्रोसेस्ड मिल्क की फैक्ट्री लगाने कीअपार संभावनाएं
पीएचडी चेम्बर आफ कामर्स के पदाधिकारियों के साथ एक वेबिनार में उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों को जिस इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता है उत्तर प्रदेश उसे पूर्ण करने में सक्षम है तथा उत्तर प्रदेश में निर्यात एवं प्रोसेस्ड मिल्क की फैक्ट्री लगाने कीअपार संभावनाएं हैं। इस मौके पर प्रदीप मुलतानी सीनियर वाईस प्रेसिडेंट पी एच डी चैग्बर ने कहा कि उन्नत फसल उत्पादन और अभिनव उर्वरक प्रौद्योगिकियों कृषि क्षेत्र के लिये बहुत जरुरी है तथा इस क्षेत्र के उद्यमियों को कौन-कौन सी चुनौतियों और समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों की आय बढ़ाने में भी योगदान
डॉ प्रशांत पुरी अध्यक्ष ने बताया कि इंडो गल्फ फर्टिलाइजर नई तकनीकयों के साथ इस क्षेत्र में किसानों की मदद करने के लिए काम कर रहा है और यह भी बताया किसान कैसे इंडो गल्फ फर्टिलाइजर की विभिन्न प्रोडक्ट इस्तेमाल करके अपना उत्पाद बढ़ा सकते हैं। इस वेबिनार में आशुतोष पांडे जीएम, माँ सिद्धिदात्री कैटल फीड प्राइवेट लिमिटेड ने बताया उत्तर प्रदेश में अच्छे कैटल फीड के इस्तेमाल से कैसे दूध की उत्पादकता बढ़ाई जा सकती है और इसको बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर डालते हुए कहा कि यह किसानों की आय बढ़ाने में भी योगदान दे सकता है।
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अजीत चहल वाणिज्यिक इकाई लीड सेंट्रल बायर क्रॉप साइंस लिमिटेड एवं डॉ जितेंद्र कुमार सिंह, डी जी एम उत्पाद विकास, दयाल ग्रुप ने अपने संबोधन में किसानों को किन किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है इस पर चर्चा करते हुए उन समस्याओं को दूर करने के लिए सुझाव भी प्रस्तुत किए। डॉ ए पी श्रीवास्तव, निदेशक कृषि विभाग ने अपने संबोधन में कहा कि गेहूं, दूध, आलू, चीनी जैसी चीजों के उत्पादन में उत्तर प्रदेश देश में सबसे आगे हैं और पूरी दुनिया में उत्पादन में उत्तर प्रदेश 15 से 20: योगदान करता है ।
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वेबिनार में पी एच डी चैंबर के 200 सदस्यों ने भाग लिया
कार्यक्रम के अंत में कृषि विभाग की लाभकारी नीतियों के बारे में विस्तार में बताते हुए उन्होंने आग्रह किया कि उत्तर प्रदेश में कृषि यंत्रीकरण उद्योग लगाएं जाए और उनका अधिक से अधिक प्रचार किया जाए। इससे पहले पी एच डी चैम्बर के प्रधान निदेशक डॉ. रंजीत मेहता एवं श्री अतुल श्रीवास्तव ने अच्छी तरह से संचालित किया। इससे पहले सतीश श्रीवास्तव, को-चेयरमैन, पी एच डी चैम्बर उत्तर प्रदेश ने सभी प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों को इस सार्थक सत्र के लिए अपना बहुमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। वेबिनार में पी एच डी चैंबर के 200 सदस्यों ने भाग लिया।
रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री
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