मोदी सरकार की सौगात: लॉकडाउन में आई काम, खातों में ऐसे पहुंचे पैसे
भारतीय स्टैट बैंक लखनऊ मण्डल में वित्तीय समावेशन के एजीएम शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि सरकार की यह एक महत्वाकांक्षी और लोकप्रिय योजना है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति जो बैकिंग के दायरे में नही है, वह योजना के तहत यह खाता खोल सकता है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री जनधन योजना पर एक वेविनार का आयोजन किया गया। बेविनार में पत्रकारों, विद्यार्थियों और अन्य लोगों के अलावा बड़ी संख्या मे योजना के लाभार्थियों ने हिस्सा लिया। भारतीय स्टैट बैंक लखनऊ मण्डल में वित्तीय समावेशन के एजीएम शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि सरकार की यह एक महत्वाकांक्षी और लोकप्रिय योजना है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति जो बैकिंग के दायरे में नही है, वह योजना के तहत यह खाता खोल सकता है।
कोई भी व्यक्ति जनधन का खाता खुलवा सकता है
एजीएम शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि 10 वर्ष के ऊपर का कोई भी व्यक्ति जनधन का खाता खुलवा सकता है। उसे खाता खुलवाते समय अपना आधार कार्ड प्रस्तुत करना होगा। आधार कार्ड के आभाव में निर्धारित अन्य परिचय पत्रों में से कोई एक परिचय पत्र देना होगा।
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वरिष्ट अर्थशास्त्री प्रो0 एम.के. अग्रवाल ने कहा कि वित्तीय समावेशन की यह दुनिया की सबसे बड़ी योजना है। उन्होंने कहा कि 40 करोड़ लोगों के पास जनधन खाते हैं। इन जनधन खातों के जरिए देश की अर्थव्यवस्था को नया बल मिला है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जनधन खातों से एक नयी आर्थिक क्रांति आयी है। लॉकडाउन के दौरान इन खातों के जरिए सरकार ने आर्थिक मदद पहुंचायी। बैकिंग का दायरा बड़ने से समावेशी विकास को बल मिला है।
जनधन खातों से एक सामाजिक चेतना विकसित हुई
लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो0 मुकुल श्रीवास्तव ने कहा कि जनधन खातों से एक सामाजिक चेतना विकसित हुई और लोगों का नागरिक सम्मान बड़ा है। मीडिया की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जनधन खातों को जनजन तक पहुंचाने में मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मीडिया को अभी ओर भी प्रचार करने की आवश्यकता है ताकि और लोगो तक यह सुविधा पहुंचे । उन्होने कहा कि सरकार की योजनाओं सकारात्मक रिपोर्टिंग से इसके सफल क्रियान्वयन का मार्ग प्रशस्त होता है।
पीआईबी ने इस योजना के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी
अपर महानिदेशक आर.पी. सरोज ने विषय की स्थापना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना से गरीबो और महिलाओं को विशेष रूप से लाभ हुआ है। उन्होन कहा कि पीआईबी ने इस योजना के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। उपनिदेशक डॉ श्रीकांत श्रीवास्तव ने बेविनार का संचालन किया और कहा कि 40 करोड़ लोगो ने योजना के तहत खाते खुलवाये जो वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है इन खातों मे एक दशमलव तीन एक लाख करोड़ रूपए जमा हुए ।
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कई जिलों के लाभार्थी ने भी अपनी भागीदारी निभायी
सबसे बड़ी बात जनधन खाते खोलने के क्षेत्र में महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भूमिका निभायी और 55 प्रतिशत से ज्यादा खाते महिलाओं के है। बेविनार में वाराणसी, लखनऊ, बरेली सहित कई जिलों के लाभार्थी ने भी अपनी भागीदारी निभायी। कार्यक्रम की संकल्पना सुशील कुमार प्रजापति तकनीकी सहायक, पुलकित और श्यामने किया।