World Tuberculosis Day: देश में हर साल ग्रसित होने वाले 28 लाख क्षय रोगियों में 20 प्रतिशत यूपी में

World Tuberculosis Day: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज विश्व क्षयरोग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत राजभवन के गांधी सभागार में विभिन्न परियोजनाओं का डिजिटल शुभारम्भ किया।

Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2022-03-24 15:01 GMT

World Tuberculosis Day: राज्यपाल आंनदी बेन पटेल ने कहा क्षयरोग विश्व स्तर पर व्याप्त संक्रामक रोग है और प्रदेश में प्रतिवर्ष इसके लगभग 5 लाख रोगी चिन्हित होते हैं। इतने बड़े स्तर पर स्वास्थ्यगत बदलाव लाने के लिए जनभागीदारी जरूरी है। उन्होंने कहा  एक टी.बी. ग्रस्त बच्चा जब उचित पोषण और चिकित्सा प्राप्त करता है तो मात्र छः माह में स्वस्थ हो जाता है। यदि बड़े स्तर पर संस्थाएं, समर्थ नागरिक, अधिकारी आगे आकर इस कार्य से जुड़ जाएं तो प्रदेश बहुत कम समय में ही टी.बी. मुक्त हो जायेगा।

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज विश्व क्षयरोग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत राजभवन के गांधी सभागार में विभिन्न परियोजनाओं का डिजिटल शुभारम्भ किया। इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने आज प्रदेश स्तर पर 84 हजार से अधिक क्षय रोगियों को पोषण एवं चिकित्सा सहायता प्रदान करवाने के लिए गोद लेने पर बधाई दी।

उन्होंने कहा कोई भी दिवस मनाने के लिए धरातल स्तर पर कार्य करना चाहिए।राज्यपाल आनंदी बेन पटेल  ने कहा वे अपने स्कूल, कालेज में पढ़ने वाले क्षयरोग ग्रस्त बच्चों का ध्यान रखने की जिम्मेदारी लें। 

उन्होंने सभी विभागों से इस रोग के उन्मूलन के लिए मिलजुल कर आपसी सामंजस्य से कार्य करने को कहा। राज्यपाल  ने टी.बी. रोगियों को सरकार द्वारा उचित पोषण के लिए दी जाने वाली राशि 500 का समुचित उपयोग रोगी के हित में करने को कहा।

समारोह में राज्यपाल ने 4 क्षयरोग ग्रस्त बच्चों को मेडिकल किट, 25 बच्चों को पोषण सामग्री की टोकरी प्रदान की। उन्होंने क्षय रोगियों को गोद लेने में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 10 संस्थाओं एवं प्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।

 प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बताया कि क्षय रोगियों को गोद लेने की राज्यपाल की पहल देश की एक अनूठी पहल जानी जा रही है। उन्होंने कहा जब भी किसी क्षयरोग ग्रस्त बच्चे या व्यक्ति को गोद लेते हैं तो उसे भावनात्मक रूप से सहयोग करें, उससे बात करे और दवा की जानकारी आदि लें, इससे सामाजिक अपनत्व का प्रसार होता है और रोगी को मानसिक संबल भी प्राप्त होता है।

उन्होंने क्षय रोगियों के पोषण की उचित व्यवस्था के लिए उन्हें प्रदेश में चल रही विविध लाभकारी पोषण योजनाओं में से किसी एक योजना से सम्बद्ध करने का सुझाव भी दिया। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश में क्षय रोगियों को गोद लेने के कार्यक्रम में शीर्ष 5 जिलों  में सर्वप्रथम जिलाधिकारी गाजियाबाद, लखनऊ, प्रयागराज, बुलंदशहर तथा गोरखपुर ने स्थान प्राप्त किया है।

उन्होंने कहा कि भारत में अब भी लगभग 28 लाख लोग प्रतिवर्ष क्षय रोग से ग्रसित होते हैं जिसमें 20 प्रतिशत उप्र में है। क्षय रोग से निपटने के लिए आधुनिकतम विधियों के द्वारा प्रदेश के प्रत्येक क्षय रोगी को निःशुल्क और गुणवत्तायुक्त जांच और उपचार सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है।

इस अवसर पर अपने संबोधन में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य  अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश क्षय रोग उन्मूलन के राष्ट्रीय लक्ष्य को वर्ष 2025 तक प्राप्त करनेके लिए  निरन्तर अग्रसर है। यह महत्वाकांक्षी लक्ष्य हमारी प्रतिबद्धता, दृढ़संकल्प एवं सामाजिक सहभागिता के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। हम सब मिल कर माननीय प्रधानमंत्री के विजन टीबी मुक्त भारत को 2025 तक प्राप्त करने में सक्षम होंगे। समारोह का समापन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक श्रीमती अपर्णा उपाध्याय के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।

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