महाभयानक आग: धधक रहे उत्तराखंड के जंगल, तेजी से आगे बढ़ रही मौत की तबाही
कर्णप्रयाग के सेमीग्वाड़ गांव के पास जंगल में लगी आग को गांव वाले जहां एक जगह की आग बुझाई ही थी, कि दूसरी तरफ सेमी गांव में फिर और भीषण आग लग गई। भयानक आग से सैकड़ों पेड़-पौधे जलकर नष्ट हो गए।
देहरादून: फरवरी खत्म होने वाला है और फायर सीजन की शुरू हो गया है। ऐसे में जंगलों की आग का करवां भी इसी के साथ शुरू हो गया है। उत्तराखंड के कर्णप्रयाग में सेमीग्वाड़ गांव के नजदीक के जंगल में आग जैसे-जैसे समय बीत रहा है वैसे-वैसे और भी विकराल होती जा रही है। रविवार बीती रात के बाद से आग स्कूल और गांव तक पहुंच गई थी, जिसे ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद बुझा दिया है। जिसके चलते आग पर काबू पाने के लिए ग्रामीण रातभर बुझाने में लगे रहे।
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फिर और भीषण आग
कर्णप्रयाग के सेमीग्वाड़ गांव के पास जंगल में लगी आग को गांव वाले जहां एक जगह की आग बुझाई ही थी, कि दूसरी तरफ सेमी गांव में फिर और भीषण आग लग गई। भयानक आग से सैकड़ों पेड़-पौधे जलकर नष्ट हो गए। जिसे बुझाने के लिए सोमवार देर शाम तक वन विभाग के कर्मचारी आग बुझाने में जुटे रहे।
ऐसे में जंगल में लगी आग से हिंसक जानवरों का गांव में आने का खतरा बना है। बता दें, कर्णप्रयाग के पास सेमीग्वाड़ गांव के जंगल तीन दिनों से लगातार जल रहे हैं। जंगल में चीड़ के पेड़ और पीरूल की अधिकता होने से वन विभाग भी आग पर काबू नहीं पा सका।
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400 हेक्टेयर जंगल आग से प्रभावित
इस बारे में ग्रामीणों ने कहा कि रविवार रात को आग स्कूल और गांव के पास आ गई। यह देख स्थानीय निवासी अनुज, नवल, राधे, नवीन, प्रहलाद, संजय, गिरीश, गौरव, राकेश, मनीष, लक्ष्मी, दिवाकर, ममता, रेखा, सोनी, मंजू, उम सोबती, दर्शनी, विनीता, विशंबरी आदि पानी और हरी टहनियां लाकर आग बुझाने में जुट गए। उन्हें जहां-जहां पीरूल दिखा, वह उसे हटाते गए और इस तरह ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया।
आगे ग्रामीणों ने बताया कि वहां आग बुझने के बाद बाद सेमी गांव में आग लग गई। वन विभाग के रेंजर विक्रम रावत ने कहा कि आग पर काबू पाने के बाद फिर से असामाजिक तत्व जंगल में आग लगा दे रहे हैं।
हालाकिं इस बारे में सूचना मिलने पर कर्मचारी आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंच रहे हैं और आग पर काबू पा रहे हैं। वहीं पिछले दिनों में ही प्रदेश में करीब 350 मामले सामने आए हैं और करीब 400 हेक्टेयर जंगल इससे प्रभावित हुआ है।
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