Pilot Whales Died: न्यूजीलैंड के चैथम द्वीप पर फंसी 500 पायलट व्हेल की मौत, शार्क के डर से नहीं किया जा सका रेस्क्यू
Pilot Whales Died: न्यूजीलैंड के चैथम द्वीप समूह एकबार फिर ऐसी ही घटना घटी है। यहां आई 500 पायलट व्हेल की मौत हो गई। यह द्वीप समूह न्यूजीलैंड से 840 किलोमीटर पूर्व में स्थित है।
Lucknow: आकार में विशाल दिखने वाली समुद्री मछली पायलट व्हेल (sea fish pilot whale) की मौतों का सिलसिला जा रही है। पिछले कुछ समय से पायलट व्हेल्स ऑस्ट्रेलिया (Australia) और न्यूजीलैंड के समुद्र तटों पर आते हैं और फिर यहां फंसकर अपनी जान गंवा देते हैं। न्यूजीलैंड के चैथम द्वीप समूह एकबार फिर ऐसी ही घटना घटी है। यहां आई 500 पायलट व्हेल की मौत हो गई। यह द्वीप समूह न्यूजीलैंड की मुख्य भूमि से 840 किलोमीटर पूर्व में स्थित है।
मेन लैंड से अधिक दूरी पर होने के कारण यहां समय पर रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं चलाया जा सका। इसके अलावा रेस्क्यू ऑपरेशन न चलाने की दूसरी वजह भी है। दरअसल, इस इलाके में खतरनाक मानी जाने वाली शार्क मछली काफी मात्रा में मंडराते रहते हैं। ऐसे में अगर यहां पायलट व्हेल्स को बचाने के लिए कोई ऑपरेशन चलाए जाए तो लोगों की जान को काफी अधिक खतरा है। इसलिए व्हेल्स को उन्हीं के हाल पर छोड़ दिया गया।
शार्क मछली के खतरे को देखते हुए रेस्क्यू अभियान नहीं चलाया गया
न्यूजलैंड सरकार के समुद्री मामलों के सलाहकार डेव लुंडक्विस्ट ने बताया कि पिछले शुक्रवार को चैथम द्वीप पर 250 पायलट व्हेल पाए गए और फिर तीन दिन बाद 240 और व्हेल्स के पाए जाने की सूचना मिली। मुख्य भूमि से दूरी और शार्क मछली के खतरे को देखते हुए रेस्क्यू अभियान नहीं चलाया गया। लुंडक्विस्ट का कहना है कि शार्क मनुष्य के साथ – साथ व्हेल्स के लिए भी खतरनाक हैं। चैथम द्वीप समूह पर फंसी पायलट व्हेल्स पर अब शार्क का भोजन बनेंगी।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के तटीय इलाकों में समुद्री जीवों का आना कोई नई बात नहीं है। यहां पहले भी इससे बड़ी संख्या में पायलट व्हेल्स आकर फंस चुकी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1918 में लगभग 1000 व्हेल समुद्र तट में फंसी थीं और 2017 में लगभग 700 पायलट व्हेल फंसी थीं। अभी कुछ दिनों पहले ही ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया समुद्री तट 230 व्हेल मछलियां आकर फंस गई थीं, जिनमें से अधिकतर की मौत हो गई।