Afghanistan News: पेड़ों को काट, कराया जा रहा मरीजों और कर्मचारियों को भोजन उपलब्ध
Afghanistan News: रसोई में खाना पकाने के लिए ईंधन के रूप में लकड़ियों को पेड़ों से काटकर उपयोग किया जा रहा है। हॉस्पिटल के डॉक्टर और कर्मचारियों को लगभग 4 महीनों से वेतन भी नहीं दिया गया है।
Afghanistan News: अफगानिस्तान (Afghanistan) के एक अस्पताल में ईंधन की कमी पड़ने पर पेड़ों को काट कर ईंधन प्राप्त किया गया। मामला कुछ अचंभे वाला है लेकिन जरूरत पड़ने पर ऐसा किया गया। आपको बता दें अफगानिस्तान के इंदिरा गांधी चिल्ड्रन हॉस्पिटल (Indira Gandhi Children's Hospital) ने अपनी रसोई में खाना पकाने के लिए इंधन के रूप में उपयोग करने वाली लकड़ियों को पेड़ों से काटकर प्राप्त किया।
इसकी वजह यह है कि अस्पताल को कई दिनों से गंभीर आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। अस्पताल के प्रमुख मोहम्मद लतीफ बाहिर ने बताया कि अस्पताल में मरीज और कर्मचारियों के लिए खाना बनाना पड़ता है, लेकिन खाना बनाने के लिए हमारे पास में कोई इंधन मौजूद नहीं था। जिसके चलते हमे पेड़ों को काटना पड़ा।
ईंधन की कमी का सामना कर रहे लोग
उन्होंने बताया कि पूर्व सरकार के पतन और अंतरराष्ट्रीय कोई सहायता ना मिलने के कारण हमारे अस्पताल को ईंधन की कमी का सामना आए–दिन करना पड़ता है। हम मरीजों और कर्मचारियों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए अस्पताल के आसपास लगे पेड़ों को काटने पर मजबूर हो गए।
उन्होंने आगे बताया कि एक विदेशी संस्था ने 1 महीने के लिए हमारे अस्पताल को ईंधन उपलब्ध कराने का वादा किया था। लेकिन हमारी हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम पेड़ों को काटने के लिए मजबूर हो गए। अस्पताल और मरीज की भारी समस्या से जूझ रहा है। लेकिन कोई ध्यान देने वाला नहीं है।
डॉक्टर और कर्मचारियों को लगभग 4 महीनों से वेतन नहीं मिला
जानकारी के मुताबिक हॉस्पिटल के डॉक्टर और कर्मचारियों को लगभग 4 महीनों से वेतन भी नहीं दिया गया है उनके अस्पताल में भोजन तथा अन्य उपकरणों की कमी तो है ही साथ ही कर्मचारियों और मरीजों को भोजन कहां से उपलब्ध कराया जाए इसके लिए ईंधन की भी कमी है।
दरअसल, इससे पहले आई कुछ रिपोर्ट्स में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि अफगानिस्तान के स्वास्थ्य क्षेत्र में अधिक गंभीर संकट है लोग इन समस्याओं का सामना कर रहे है उसी का एक रूप आज हमारे सामने आ गया।
रिपोर्ट- शीनू त्रिपाठी