Afghanistan News Today: अमेरिका ने तालिबान से कहा, बख्श देना हमारा दूतावास
Afghanistan News Today: अब तालिबान का राजधानी काबुल पर नियंत्रण तय है। अमेरिका ने भी ये मान लिया है और तालिबान से अपील की है कि वह अमेरिकी दूतावास को बख्श दे।
Afghanistan News Today: अफगानिस्तान में अब तालिबान का राजधानी काबुल पर नियंत्रण तय है। अमेरिका ने भी ये मान लिया है और तालिबान से अपील की है कि वह अमेरिकी दूतावास को बख्श दे।
काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास के कर्मचारियों से कहा गया है कि वे सभी संवेदनशील दस्तावेजों, अमेरिकी झंडों को नष्ट कर दें। ये भी निर्देश दिया गया है कि अमेरिका के प्रतीक चिन्ह जिन चीजों पर लगे हैं उन सभी को तुरंत नष्ट कर दिया जाए।
तीन हजार सैनिकों को भेजा
अमेरिका चाहता है कि तालिबान के हाथ में अमेरिकी निशान वाली कोई भी चीज नहीं पड़नी चाहिए। टॉप लेवल से आये निर्देश के बाद दूतावास में ढेरों सामग्री जलाई जाने लगी है। कंप्यूटर और अन्य मशीनों को कुचलकर टुकड़े टुकड़े किया जा रहा है।
उधर काबुल से सभी अमेरिकी नागरिकों को सुरक्षित अमेरिका लाने की तैयारी हो गई है। पेंटागन ने कहा है कि काबुल में मौजूद सभी अमरीकियों को सुरक्षित निकालने के काम में मदद करने के लिए तीन हजार सैनिकों को भेजा गया है। ये सैनिक काबुल एयरपोर्ट पर तैनात रहेंगे।
अफगानिस्तान में जारी हिंसा के बीच तालिबान ने बड़ा बयान जारी करके कहा है कि हिंसा के दौरान अफगानिस्तान में मौजूद किसी भी दूतावास (सिफारतखाने) को नुकसान नहीं पहुंचायगा। तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद सुहेल शाहीन ने बताया कि हमारी तरफ से दूतावासों और राजनयिकों को कोई खतरा नहीं है।
इस बीच काबुल के आसपास के तमाम बड़े शहरों को अपने कब्जे में ले चुके तालिबान का आखिरी टारगेट है काबुल और काबुल पर नियंत्रण करने का मतलब है कि अफगानिस्तान में तालिबान के राज की वापसी होगी। तालिबान के लड़ाके काबुल से बस 50 किलोमीटर दूर हैं।
तालिबान के हौसले बुलंद
अफगानिस्तान के 34 में से एक दर्जन से ज्यादा प्रांतों और दो-तिहाई हिस्सों पर कब्जा जमाकर तालिबान के हौसले बुलंद हैं। अब देखना है कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी क्या कदम उठाते हैं।
हालांकि उनके पास बहुत सीमित विकल्प मौजूद हैं। मुमकिन है कि बहुत हालात बिगड़ने पर गनी को देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़े। वैसे तो अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा है कि वेतालिबान को वॉकओवर नहीं देंगे और न ही सरेंडर करेंगे।
तालिबान ने तो ऐलान कर दिया है कि मुल्ला बरादर को राष्ट्रपति बनाया जाएगा। मुल्ला महमूद याकूब उपराष्ट्रपति बनेंगे। हैबतुल्लाह अखुनजादा को प्रधानमंत्री और सिराजुद्दीन हक्कानी को वित्त मंत्री बनाया जाएगा।