Ajab Gajab News: इस इंसान ने खा लिया पूरा का पूरा हवाई जहाज, ये घटना आपके होश उड़ा देगी

Ajab Gajab News: इनका जन्म 15 जून 1950 को फ्रांस के ग्रेनोबल में हुआ था। लोटिटो ने 16 साल की उमर में ही ये करतब दिखाने शुरू कर दिए थे ।

Written By :  AKshita Pidiha
Update:2023-09-30 08:15 IST

Michel Lotito  (photo: social media )

Ajab Gajab News: कुछ लोगों को कुछ अलग करने का जुनून होता है जिस वजह वे फ़ेमस हो जाते हैं ।फ़ेमस भी इतने की उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो जाता है ।इन लोगों के कारनामे दुनिया को हैरान कर देते हैं ।इसे देख कर , सुन कर आप हैरत में पड़ जाएँगे ।

आज एक ऐसे ही शख़्स के बारे में बात करेंगें जिन्होंने पूरा का पूरा हवाई जहाज़ ही खा लिया ।ये बडी हैरानी की बात है पर सच है ।इस अनोखे शख़्स का नाम मिशेल लोटिटो, जो फ़्रांस के रहने वाले हैं ।ये दुनिया में अजीबोगरीब चीजें खाने के लिए जाने जाते थे। ये कोई भी धातु (जो रोज़ के दिनों में हम देखते हैं ), उन्हें खा सकते थे ।

16 साल की उमर में ही ये करतब दिखाने लगे थे  

इनका जन्म 15 जून 1950 को फ्रांस के ग्रेनोबल में हुआ था। लोटिटो ने 16 साल की उमर में ही ये करतब दिखाने शुरू कर दिए थे ।वे किसी भी चीज़ को खा सकते थे ।पर इस दुर्लभ से दिखने वाले करतब को विज्ञान की भाषा में पिका कहते हैं ।इस बीमारी के व्यक्ति सामान्य खाना नहीं पचा पाते हैं , बल्कि ये असामान्य चीजें खाकर आसानी से पचा लेते हैं। शुरुआत में लोटिटो अपने नाखून से लेकर कांच के टुकड़े तक खा जाते थे और उन्हें आसानी से उन्हें पचा भी लेते थे।


लोटिटो जब छोटे थे तो केले , उबले हुए अंडे या ब्रेड जैसी सामान्य चीजें खाते थे, तो उन्हें खाने के बाद पचा नहीं पाते थे, लेकिन किसी धातु की चीज को वो आसानी से खा लेते,उन्हें पचाने में कोई समस्या नहीं आती थी ।

अजीबोगरीब बीमारी  

धीरे धीरे लोटिटो के धातुओं को खाना शुरू कर दिया और उन्हें अब अच्छा लगने लगा था ।वहीं दूसरी तरफ़ लोगों को उनकी यह बीमारी अजीबोगरीब लगती थी ।लोटिटो को अब धातुओं को खाना शौंक में बदल गया था और उन्होंने 1966 से इसका प्रदर्शन करना भी शुरू कर दिया था।अब लोटिटो के लिए ये सब करतब करने जैसा था ।कहते हैं लोटिटो के शो में लोग टिकट लेकर काफ़ी लोग करतब देखने आते थे ।


लोटिटो करतब में सामने रखी कोई भी वस्तु जैसे पलंग से लेकर टेलीविजन सेट, कंप्यूटर, साइकिल और धातु की कई चीजें खाकर दिखाते थे ।पर इसे वे सीधे तौर पर नहीं खाते थे ।इसे खाने का तरीक़ा था ।लोटिटो धातु से बनी चीजें खाने के लिए पहले उन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लेते थे और उन्हें बराबर मात्रा में पानी और मिनरल ऑयल के साथ खा जाते थे। पेट्रोल या ओईल को पीने के पीछे उन्होंने कहा था , इससे उनका गला चिकना हो जाता था, जिससे धातु की चीजें निगलने में आसानी होती थी।

डॉक्टरों की माने तो , लोटिटो के पेट की आंतों में एक मोटी संरक्षण परत थी, जो सभी इंसानों में नहीं होती है।जिसकी वजह से वे धातु हो या कांच या रबर, बड़ी आसानी से खाकर पचा लेते थे।

हवाई जहाज को टुकड़ों-टुकड़ों में खाना शुरू किया

मिचेल लोटिटो उस समय और भी फ़ेमस हो गए जब उन्होंने 1978 हवाई जहाज को टुकड़ों-टुकड़ों में खाना शुरू किया था , महज दो साल में ही यानी 1980 तक वो पूरा का पूरा हवाई जहाज ही खा गए थे। ये अब तक सबसे बड़ा रेकोर्ड था ।


हालाँकि इन धातुओं को खाने की वजह से लोटिटो कभी बीमार नहीं हुए और उनकी मौत भी प्राकृतिक कारणों से हुई थी ।25 जून 2007 को 57 साल में लोटिटो ने अंतिम साँस ली पर उनके मरने के बाद भी उनके कारनामों को लोग याद करते हैं ।एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1959 से 1997 तक मिचेल लोटिटो ने करीब नौ टन यानी 8164 किलो धातु निगल ली थी ।

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