Akhand Bharat Map: 'अखंड भारत' पर नेपाल-पाकिस्तान को लगी मिर्ची, कहा- इंडिया की विस्तारवादी सोच दिखाता है
Akhand Bharat Map in New Parliament: भारत की नई संसद में 'अखंड भारत' का नक्शा लगा है। जिस पर पड़ोसी देश नेपाल और पाकिस्तान में विरोध के सुर उठने लगे हैं। वहां के राजनीतिक दल भारत विस्तारवादी रवैया अपनाने का आरोप लगा रहे हैं।
Akhand Bharat Map in New Parliament: देश की नई संसद का हाल ही में उद्घाटन हुआ। वैश्विक स्तर पर इसकी खूब चर्चा हुई। भारत के पड़ोसी देशों चीन, पाकिस्तान और नेपाल में भी नए संसद ने सुर्खियां बटोरी। लेकिन, इसी संसद में लगे 'अखंड भारत' का नक्शा वाली तस्वीर जब सामने आई तो पड़ोसी मुल्कों पाकिस्तान और नेपाल बिफर पड़े। पहले नेपाल (Nepal) ने इस नक़्शे पर आपत्ति जताई तो अब पाकिस्तान (Pakistan) को भी इस पर मिर्ची लग रही है। पाकिस्तान की शाहबाज शरीफ सरकार इस नक्शे को देखकर परेशान है।
गौरतलब है कि, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' (Pushpa Kamal Dahal Prachanda) अपनी चार दिवसीय दौरे पर भारत में हैं। उनके दौरे के बीच ही नए संसद भवन में लगे 'अखंड भारत' की तस्वीर पर नेपाल में विवाद खड़ा हो गया है। आपको बता दें, नए संसद भवन (New Parliament Building) में लगी तस्वीर वास्तव में एक भित्ति चित्र है। इसे 'अखंड भारत' का नक्शा कहा जा रहा है। इस नक्शे में गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी (नेपाल) को भी 'अखंड भारत' के हिस्से के रूप में दिखाया गया है। तस्वीर सामने आने के बाद नेपाल के राजनीतिक दलों में गुस्सा है।
'अखंड भारत' तस्वीर से नेपाल में रोष
'अखंड भारत' की तस्वीर वायरल होने के बाद नेपाल में रोष है। वहां के लोगों का कहना है कि संसद भवन में लगी भित्ति चित्र में गौतम बुद्ध के जन्मस्थान को दिखाए जाने से ऐसा नजर आता है कि भारत इस हिस्से पर अपना दावा कर रहा है। ज्ञात हो, नेपाल अपने मानचित्र में लुंबिनी (Lumbini) को मुख्य सांस्कृतिक केंद्रों में से एक मानता है।
'कूटनीतिक विवाद को हवा दे सकता है'
अखंड भारत भित्ति चित्र पर नेपाल के पूर्व पीएम बाबूराम भट्टाराई (Baburam Bhattarai) ने एक बयान दिया। उन्होंने कहा, 'इससे दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी हो सकती है। भट्टाराई ने कहा, भारत के नए संसद भवन में अखंड भारत का विवादित भित्ति चित्र नेपाल सहित पड़ोसी देशों में गैर-जरूरी और हानिकारक कूटनीतिक विवाद को हवा दे सकता है। उन्होंने कहा, भारत के अधिकांश पड़ोसियों के बीच पहले से विश्वास की कमी है। जिस वजह से द्विपक्षीय संबंध बिगड़ रहे हैं। ताजा विवाद से इसमें और वृद्धि हो सकती है।'
पाक ने कहा- हम हैरान हैं
दूसरी तरफ, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच (Mumtaz Zahra Baloch) ने 'अखंड भारत' के नक्शे पर विरोध जाहिर किया है। बलोच ने मंत्रालय की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा, 'भारत के नए संसद परिसर में ‘अखंड भारत’ के चित्र और बीजेपी नेताओं के बयानों से पाक सरकार काफी हैरान है।'
भारत की ये विस्तारवादी सोच
मुमताज बलोच ने आगे कहा, 'अखंड भारत का गैर-जरूरी दावा पड़ोसी मुल्क की विस्तारवादी सोच को दिखाता है। भारत ना सिर्फ पड़ोसी मुल्कों को अपना गुलाम बनाना चाहता है, बल्कि अपने यहां अल्पसंख्यकों को भी अपने अधीन रखता चाहता है।'
चीन की चुप्पी
हालांकि, 'अखंड भारत' के भित्ति चित्र पर चीन की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं आई है। हालांकि, चीन ने कुछ दिन पहले भारत की नई संसद की काफी तारीफ की थी। उसने कहा था कि, ये अंग्रेजों की गुलामी के प्रतीकों को मिटाने की ओर एक अच्छा कदम है। आपको बता दें, 'अखंड भारत' नक़्शे में म्यांमार (Myanmar), बांग्लादेश (Bangladesh), अफगानिस्तान (Afghanistan) और श्रीलंका (Sri Lanka) भी हैं। इन देशों की ओर से अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आयी है।