एलियन्स के वजूद को लेकर चर्चाएं तेज, शख्स ने कहा- संपर्क में हैं Aliens
एलियन्स (Aliens) को लेकर चर्चाएं काफी जोरों पर हैं। ऐसे में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी यूएफओ(UFO) के अस्तित्व को लेकर चर्चा में आ चुके हैं।
नई दिल्ली: बीते कुछ दिनों से एलियन्स (Aliens) को लेकर चर्चाएं काफी जोरों पर हैं। ऐसे में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी यूएफओ(UFO) के अस्तित्व को लेकर चर्चा में आ चुके हैं। इस बारे में ब्रिटिश-इजरायली जादूगर, टीवी पर्सनैलिटी और मायावादी यूरी जेलर का कहना है कि पृथ्वी बीते 50 सालों से एलियन्स के साथ संपर्क में है।
बता दें, सन् 1974 में यूरी को नासा(NASA) बुलाया गया था। असल में बात ये है कि अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए के अधिकारी यूरी की माइंड-कंट्रोल ताकतों से प्रभावित हुए थे। जिसके बाद ही उन्हें मैरीलेंड के नासा बेस बुलाया गया था। इस पर यूरी ने कहा कि उन्होंने वहां जो देखा, उससे उन्हें विश्वास हो गया था कि एलियन्स होते हैं।
धरती पर हुआ था क्रैश
आगे यूरी ने कहा- मुझे वहां मौजूद एक इंजीनियर वर्नहर वॉन ब्रॉन ने एक मेटल का टुकड़ा निकाल कर दिखाया था। मैंने उसे टच किया था और मुझे एहसास हुआ था कि ये हमारी धरती का नहीं लग रहा है। मैं काफी हैरान रह गया था और मैंने वॉन से इस बारे में सवाल भी किया था।
उन्होंने आगे कहा कि मैंने इस इंजीनियर से पूछा कि ये कैसा टुकड़ा है। ये तो हमारे ग्रह का नहीं लग रहा है। इंजीनियर वर्नहर वॉन ने भी मुझे कहा था कि तुम्हारा अंदाजा बिल्कुल सही है। ये वाकई हमारी धरती का नहीं है।
इस बारे में बताया गया कि ये उस यूएफओ का टुकड़ा है जो हमारी धरती पर क्रैश हो गया था।
फिर यूरी ने इस छोड़कर नासा के बेस में रखे एक दूसरे फ्रीज के बारे में भी चर्चा की। जिस पर उन्होंने कहा कि वे इस फ्रीज में रखे कंटेंट को देखकर हैरान रह गए थे। उन्होंने कहा कि उस फ्रीज में जो रखा था वो मैं आपको बता नहीं सकता हूं क्योंकि मैंने नॉन-डिस्क्लोजर दस्तावेज साइन किए हुए है।
इस पर उन्होंने आगे कहा लेकिन मैं इतना आपको बता सकता हूं कि हम उनके संपर्क में हैं। हम एलियन्स के संपर्क में है और ऐसा आज से नहीं है बल्कि पिछले लगभग पांच दशकों से हम उनके कॉन्टेक्ट में है।
जानकारी देते हुए बता दें कि इससे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने कहा था कि इन उड़नतश्तरियों या यूएफओ का पैटर्न समझना आसान नहीं है और इनकी गतिशीलता और स्पीड भी अमेरिकी मिलिट्री से कहीं ज्यादा है।