तय लाखों की मौत: इतने दिनों में 2 लाख पहुंच सकती है संख्या, घबराई सरकार

महामारी कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया पर हावी है। लेकिन इसका ज्यादा बुरा प्रभाव अगर किसी को पड़ रहा है तो वो है अमेरिका। महाशक्तिशाली अमेरिका कोरोना से हार मान चुका है।

Update: 2020-06-11 10:36 GMT

नई दिल्ली। महामारी कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया पर हावी है। लेकिन इसका ज्यादा बुरा प्रभाव अगर किसी को पड़ रहा है तो वो है अमेरिका। महाशक्तिशाली अमेरिका कोरोना से हार मान चुका है। यहां हर घंटे कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं और मरने वालों का आकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। लोगों ने भविष्य के बारे में सोचना तक बंद कर दिया है। साथ ही विशेषज्ञों की माने तो अमेरिका का ये आंकड़ा जल्दी ही 2 लाख पार कर सकता है।

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मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ सकता

इसी सिलसिले में बुधवार को हार्वर्ड ग्लोबल हेल्थ इंस्टीट्यूट के मुख्य आशीष झा ने एक इंटरव्यू में बताया कि अगर कोई कठोर कदम नहीं उठाए गए तो कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ सकता है।

आगे आशीष झा ने कहा, 'भले ही हमारे यहां मामले अब ना बढ़ रहे हों और हमने कर्व को फ्लैट रखा हो लेकिन इस बात की आशंका है कि सितंबर के महीने में 2 लाख लोग मौत का शिकार हो सकते हैं।'

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साथ ही उन्होंने कहा, 'यह सिर्फ सितंबर के महीने तक की संभावना है क्योंकि यह महामारी सितंबर में खत्म नहीं होगी। मैं वास्तव में इस बात को लेकर चिंतित हूं कि आने वाले हफ्तों और महीनों में हम किस तरफ जा रहे हैं।'

सबसे ज्यादा मौते

ताजा मिली जानकारी के मुताबिक, बीते बुधवार को पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा मौते अमेरिका में हुई। इनकी संख्या 112,754 से भी अधिक थी।

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प्रमुख आशीष झा ने बताया कि ये तथ्य इस बात का सीधा संकेत देते हैं कि अमेरिका इकलौता ऐसा बड़ा देश है जिसने कोरोना के मामले नियंत्रित किए बिना ही लॉकडाउन को खोल दिया। यहां 14 दिनों तक आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना पॉजिटिव वालों की संख्या 5 प्रतिशत या उससे भी कम है।

कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़े

आगे उन्होंने कहा कि ये मौतें ऐसी नहीं हैं जो होनी स्वाभाविक थीं और इन्हें ज्यादा टेस्टिंग, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, सख्त सोशल डिस्टेंसिंग और व्यापक तौर पर मास्क पहनने से रोका जा सकता है। अमेरिका के कई राज्यों में हाल के दिनों में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़े हैं।

अमेरिका में इतनी तेजी से बढ़ते आकंड़ों में सभी को हैरान करके रख दिया है। ऐसे में इन हालातों में भी अमेरिका में हो रहे प्रदर्शनों की वजह से भी वायरस को फैलने के हवा मिली। जिससे की हालात पहले से भी कई ज्यादा भयावह हो गए हैं।

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