Sheikh Hasina News: शेख हसीना की बढ़ीं मुश्किलें, किराना दुकानदार की हत्या का केस दर्ज, FIR में कई अन्य बड़े नाम भी शामिल
Sheikh Hasina News: शेख हसीना के खिलाफ एक किराना दुकान मालिक की हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। इस केस में शेख हसीना के अलावा छह अन्य को भी आरोपी बनाया गया है।
Sheikh Hasina News: बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भारत में रह रहीं शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। उनके खिलाफ केस दर्ज करने की शुरुआत हो गई है। शेख हसीना के खिलाफ एक किराना दुकान मालिक की हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। इस केस में शेख हसीना के अलावा छह अन्य को भी आरोपी बनाया गया है।
इनमें शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के नेता भी शामिल हैं। इस दुकानदार की ढाका के मोहम्मदपुर इलाके में 19 जुलाई को पुलिस फायरिंग में मौत हो गई थी। बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ छात्र आंदोलन ने बाद में हिंसक रूप अख्तियार कर लिया था जिसके बाद शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा था। बांग्लादेश छोड़ने के बाद शेख हसीना ने भारत में शरण ले रखी है।
शेख हसीना के खिलाफ पहला मामला दर्ज
बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ भड़के छात्र आंदोलन में पिछले कुछ सप्ताह में पांच सौ से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। इस आंदोलन के कारण शेख हसीना की प्रधानमंत्री पद की कुर्सी भी चली गई। तख्तापलट का शिकार होने वाली शेख हसीना की मुश्किलें आने वाले दिनों में और बढ़ती हुई दिख रही हैं। अब पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ मर्डर का केस दर्ज किया गया है। 76 वर्षीया शेख हसीना के खिलाफ यह पहला मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस फायरिंग में हुई थी किराना दुकानदार की मौत
ढाका ट्रिब्यून अखबार की खबर के मुताबिक यह मामला किराने की दुकान के मालिक अबू सईद के करीबी ने दर्ज कराया है। अबू सईद की ढाका के मोहम्मदपुर में आरक्षण आंदोलन के समर्थन में 19 जुलाई को निकाले गए जुलूस के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मौत हो गई थी। इस मामले में कई अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है।
आरोपियों में अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर, पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल मामून,डिटेक्टिव ब्रांच के पूर्व चीफ हारुनोर रशीद, डीएमपी पुलिस के पूर्व आयुक्त हबीबुर रहमान के साथ पूर्व डीएमपी संयुक्त आयुक्त बिप्लब कुमार सरकार शामिल हैं। यह केस ढाका के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट राजेश चौधरी की अदालत में दर्ज कराया गया है।
बांग्लादेश में अराजकता का माहौल
दरअसल आरक्षण के खिलाफ राजधानी ढाका के बोसिला इलाके में 19 जुलाई को विशाल जुलूस निकाला जा रहा था। इस दौरान पुलिस की ओर से गोलीबारी की गई थी जिसमें अबू सईद की मौत हो गई थी। इस मामले में ही अब शेख हसीना और कई अन्य लोगों पर केस दर्ज किया गया है। बांग्लादेश में सुप्रीम कोर्ट की ओर से आरक्षण का कोटा घटाए जाने के बाद छात्र और अन्य आंदोलनकारी शेख हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए थे।
देश में अराजकता का माहौल व्याप्त होने के बाद शेख हसीना को 5 अगस्त को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। आरक्षण विरोधी आंदोलन में अभी तक 560 लोगों के मारे जाने की खबर है। 5 अगस्त को शेख हसीना की सरकार गिरने के बावजूद हिंसा का दौर अभी तक खत्म नहीं हो सका है और 230 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन किया गया है और नोबल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का मुखिया बनाया गया है। यूनुस ने देशवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है मगर अभी इसका बहुत ज्यादा असर होता नहीं दिख रहा है।