अब आया कोरोना के इलाज का देसी नुस्खा, ब्रिटिश शोध में हैरान करने वाला खुलासा

यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 66 मरीजों पर अध्ययन करने के बाद नतीजा निकाला है कि नमक के पानी से गरारे करने पर संक्रमण के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही ऐसा करने पर भी बीमारी की अवधि को भी घटाया जा सकता है।

Update: 2020-05-24 04:08 GMT

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली। कोरोना वायरस से निजात दिलाने के लिए पूरी दुनिया के विभिन्न संस्थानों में तरह-तरह के शोध किए जा रहे हैं। इस बीच ब्रिटेन की एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी में किए गए अध्ययन में हैरान करने वाला खुलासा किया गया है। इस अध्ययन के मुताबिक कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे मरीज को नमक के पानी से गरारे करने पर काफी राहत मिल सकती है।

नमक के पानी से गरारा फायदेमंद

एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 66 मरीजों पर अध्ययन करने के बाद नतीजा निकाला है कि नमक के पानी से गरारे करने पर संक्रमण के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही ऐसा करने पर भी बीमारी की अवधि को भी घटाया जा सकता है। शोधकर्ताओं ने बताया कि कोरोना के मरीजों को इलाज करने के साथ ही नमक के पानी के गरारे भी कराए गए। बारह दिन बाद उन सभी मरीजों की नाक से फिर सैंपल लिए गए। रिपोर्ट में सामने आया कि इस कदम के बाद संक्रमण के लक्षणों में काफी कमी आई।

बढ़ जाती है ठीक होने की उम्मीद

एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी का यह शोध जर्नल ऑफ ग्लोबल हेल्थ में प्रकाशित किया गया है। अध्ययन में बताया गया है कि कोरोना के जिन मरीजों ने नमक के पानी का गरारा किया, उनमें औसतन 2.5 दिन में संक्रमण घटा। शोधकर्ता डॉ संदीप रामालिंगम ने बताया कि नमक के पानी के गरारे करने पर कोरोना के संक्रमण पर काफी असर पड़ता है। उन्होंने दावा किया कि ऐसा करने से बीमारी से ठीक होने की उम्मीद काफी बढ़ जाती है।

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जल्द शुरू होगा ट्रायल

जानकारों का कहना है कि इस शोध से कोरोना वायरस के इलाज में काफी मदद मिल सकती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस पर जल्द ही ट्रायल शुरू किया जाएगा। हाल में अंतरराष्ट्रीय वायरस विशेषज्ञों की टीम ने दावा किया था माउथवॉश से कोरोना के असर को काफी हद तक कम किया जा सकता है। विशेषज्ञों का दावा है कि माउथवॉश कोशिका को संक्रमित करने से पहले ही कोरोना वायरस को खत्म कर देने में सक्षम है। इन विशेषज्ञों का कहना है कि माउथवाश में मौजूद रसायन कोरोना वायरस के चारों तरफ बनी चर्बी की खोल को गला सकते हैं। माउथवॉश के जरिए वायरस को मुंह में खत्म करके गले तक पहुंचने से रोका जा सकता है।

गले की सफाई कर देता है नमक

आयुर्वेद और नेचुरोपैथ विशेषज्ञ डॉ किरण गुप्ता का भी कहना है कि नमक से गरारा करना काफी फायदेमंद होता है। ऐसा करने से गला साफ होता है और म्यूकस के जरिए बैक्टीरिया और वायरस निकल जाते हैं। उन्होंने कहा कि नमक में क्लोरीन होने के कारण यह गले की सफाई कर देता है और इससे सूजन को खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत में यह नुस्खा काफी दिनों से अपनाया जाता रहा है।

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उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना संकट के इस काल में गरारा करने में भी काफी सतर्कता बरतनी जरूरी है। यह काम करते समय कम से कम छह फीट की दूरी बनाए रखना चाहिए और इसके साथ ही गरारे का पानी खुली जगह पर नहीं डालना चाहिए। पानी में हल्दी और नमक मिलाकर गरारे करना भी फायदेमंद साबित होता है। तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर उस पानी से गरारा करने पर भी काफी फायदा होता है।

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