China Declining Population: घटती आबादी से घबराया चीन, ज्यादा बच्चे पैदा करने पर नकद इनाम दिए जा रहे

China Declining Population: लंबे समय तक सख्त जनसंख्या नियंत्रण का अंजाम क्या होता है, ये चीन बहुत गहराई से महसूस कर रहा है। दशकों तक एक बच्चे की नीति का सख्ती से पालन करने वाले चीन में अब जनसंख्या गिर रही है और इसे थामने के लिए तरह तरह के उपाय किये जा रहे हैं।

Update:2023-05-21 01:13 IST
चीन में ज्यादा बच्चे पैदा करने पर नकद इनाम दिए जा रहे: Photo- Social Media

China Declining Population: लंबे समय तक सख्त जनसंख्या नियंत्रण का अंजाम क्या होता है, ये चीन बहुत गहराई से महसूस कर रहा है। दशकों तक एक बच्चे की नीति का सख्ती से पालन करने वाले चीन में अब जनसंख्या गिर रही है और इसे थामने के लिए तरह तरह के उपाय किये जा रहे हैं। किसी ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि चीन में सरकार बच्चे पैदा करने के लिए नकद इनाम देगी। लेकिन अब यही हो रहा है।

चीनी कपल ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करें, इसके लिए चीन सरकार और सर्वशक्तिशाली चीनी कम्युनिस्ट पार्टी लगातार उपायों की घोषणा करती जा रही है। कई चीनी शहर महिलाओं को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए टैक्स छूट, हाउसिंग लोन, शैक्षिक लाभ और यहां तक ​​कि नकद प्रोत्साहन भी दे रहे हैं। नये उपायों में कहा गया है कि जिन दंपतियों के छोटे बच्चे हैं, उनके वर्क फ्रॉम होम की सुविधा देनी चाहिए।

बीजिंग में, दूसरा बच्चा पैदा करने वाली महिलाओं को 10,000-युआन (सवा लाख रुपये) "जन्म भत्ता" मिलेगा। जोड़े को बच्चे के जन्म से लेकर नौ साल की अनिवार्य शिक्षा पूरी करने तक सालाना 1,000 युआन की "शिक्षा सब्सिडी" भी मिलेगी। तीसरे बच्चे वाले जोड़ों को कई वर्षों में किस्तों में 180,000 युआन (22 लाख रुपये) का भुगतान किया जाएगा।

बीते 15 मई को, दक्षिणी चीन में ग्वांगडोंग प्रांतीय सरकार ने कंपनियों का आह्वान किया है कि वे अपने यहां 12 साल तक के बच्चों की माँओं के लिए पद सृजित करें और उन्हें लचीले कामकाजी घंटों की सुविधा दें। चीन के जनसांख्यिकी विशेषज्ञ ने तो ये भी सुझाव दिया है कि प्रोत्साहन के रूप में सरकार को उन दंपतियों को विशेष "पेरेंट सैलरी" देनी चाहिए जिनके बच्चे हैं।

छोटे परिवार की आदत

चीन में रहने की उच्च लागत और सांस्कृतिक बदलाव के चलते जैसे-जैसे लोग छोटे परिवारों के लिए अभ्यस्त होते गए हैं, वैसे वैसे, बच्चों की संख्या होती गई है। चीन में जीवनयापन भी संघर्षपूर्ण है, रहने की लागत बहुत ज्यादा है, बच्चों को पालना और उनकी शिक्षा बहुत खर्चीली है। ऐसे में दंपति बच्चे पैदा ही नहीं करना चाहते।

बड़ा देश, कम आबादी

चीन है तो दुनिया का विशाल आबादी वाला देश, लेकिन चूंकि उसका क्षेत्रफल बहुत बड़ा है सो प्रति वर्ग किलोमीटर जनसंख्या घनत्व 153 व्यक्ति है। तुलनात्मक रूप से देखें तो भारत में ये 464 है। चीन में कुछ ही जगहों पर आबादी का घनत्व है।

चीन में जनसंख्या वृद्धि का ग्राफ लगभग सपाट हो गया है और वह एक आसन्न जनसांख्यिकीय संकट से जूझ रहा है। चीन अब तेजी से उम्र बढ़ने वाले वर्कफोर्स, धीमी अर्थव्यवस्था और सबसे कमजोर जनसंख्या वृद्धि का सामना कर रहा है। हालांकि बीजिंग ने 2016 में अपने कठोर "एक बच्चे के शासन" को समाप्त कर दिया और पिछले साल जोड़ों को तीन बच्चे पैदा करने की अनुमति दी, लेकिन इसके बावजूद चीनियों में ज्यादा बच्चे पैदा करने में कोई रुचि नहीं है। अब चेतावनी दी गई है कि अभी तो जनसंख्या न बढ़ने का ट्रेंड है लेकिन 2025 के बाद तो जनसंख्या घटने लग जाएगी।

चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग द्वारा जारी नीतिगत दिशानिर्देश में केंद्र और प्रांतीय, दोनों सरकारों से प्रजनन स्वास्थ्य पर खर्च बढ़ाने और देश भर में चाइल्ड केअर सेवाओं में सुधार करने को कहा गया है। दिशानिर्देशों में कहा गया है कि स्थानीय सरकारों को "सक्रिय प्रजनन सहायता उपायों को लागू करने" की आवश्यकता है। इन उपायों में सब्सिडी, टैक्स छूट, बेहतर स्वास्थ्य बीमा, युवा परिवारों के लिए शिक्षा, आवास और रोजगार सहायता प्रदान करना शामिल है।

चाइल्डकेअर सेवाओं की भारी कमी को कम करने के लिए सभी प्रांतों को यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वे दो से तीन वर्ष की आयु के बच्चों के लिए पर्याप्त नर्सरी उपलब्ध कराएं।

नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के आंकड़ों के अनुसार, चीन की जन्म दर 2021 में प्रति 1,000 लोगों पर 7.52 जन्म तक गिर गई। 1949 में कम्युनिस्ट चीन की स्थापना के बाद से ये न्यूनतम है।

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