चीन ने नेपाल में 9 मकान बनाकर जमीन पर किया कब्जा, नेपालियों के आने पर रोक
कर्णाली प्रदेश के हुमला जिले में चीन दो किमी भीतर घुसकर स्थायी निर्माण कर लिया है। इस क्षेत्र में नेपाली नागरिकों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी है। चीनी सैनिकों ने नेपाल का पिलर नंबर 11 भी उखाड़ दिया है।
नई दिल्ली: चीन ने एक बार फिर से दुनिया के सामने अपनी धोखेबाजी का उदाहरण प्रस्तुत किया है। भारत को चीन की धूर्तता के बारे में ठीक से पता है इसलिए वह अब उसके चंगुल में नहीं फंस रहा है।
लेकिन उसके दो पड़ोसी मुल्क नेपाल और पाकिस्तान, चीन के झांसे में आ गये हैं। चीन की विस्तारवादी नीति शुरू से रही है। एक तरफ चीन इन दोनों मुल्कों को आर्थिक मदद देकर भारत के खिलाफ युद्ध के लिए उकसा रहा है।
वहीं दूसरी तरफ इन देशों की जमीन पर कब्जा करने की नीयत से नजरे गड़ाना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान के कई इलाकों में चीन अपने नये प्रोजेक्ट शुरू कर वहां की जमीन पर कब्जा करके बैठा है। ये बात सभी को पता है लेकिन अब उसने नेपाल में भी अपने पांव जमाना शुरू कर दिया है।
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चीनी सैनिकों ने नेपाल का पिलर नंबर 11 भी उखाड़ा
भारत के प्रति नेपाल को उकसाकर सीमा विवाद को तूल देने वाले चीन ने अब उसके ही पीठ में छूरा घोंपा है। कर्णाली प्रदेश के हुमला जिले में चीन दो किमी भीतर घुसकर स्थायी निर्माण कर लिया है। इस क्षेत्र में नेपाली नागरिकों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी है। चीनी सैनिकों ने नेपाल का पिलर नंबर 11 भी उखाड़ दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चीन सीमा से लगे हुमला जिले में दस साल से सक्रिय था। इस बीच उसने नाम्खा गांव पालिका के छह नंबर वार्ड लिमी के लाप्चा गांव में दो किमी अंदर घुस कर एक साथ नौ मकान खड़ा कर लिये।
नाम्खा गांवपालिका के अध्यक्ष विष्णु बहादुर लामा ने बताया कि चीन ने नेपाली सरकार की अनुमति के बिना ही उनकी गांव की सीमा में दखल देते हुए मकान बना लिया है।
इतना ही नहीं उन्होंने ये भी बताया कि वर्ष 2010 में लिमी से लाप्चा तक सड़क निर्माण के समय ही चीन ने तीन मकान बना दिए थे। अब चीनी सैनिक ग्रामीणों को वहां जाने नहीं दे रहे हैं। नागरिकों को धमकाकर लौटा दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन के साथ ही नेपाल सरकार दी जा चुकी है।
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जांच के लिए बनाई गई टीम
इस मामले की जांच के लिए हुमला के प्रमुख जिलाधिकारी चिरंजीवी गिरी ने संयुक्त टीम गठित कर दी है। जिसमें वह खुद और नेपाली सेना के अधिकारी, नेपाल पुलिस, नेपाली सशस्त्र बल, नेपाल खुफिया विभाग और गांव पालिका के अध्यक्ष शामिल हैं। टीम रिपोर्ट सरकार को सौपेगी।
नेपाल का दुर्गम इलाका
बता दें कि नेपाल के कर्णाली प्रदेश का हुमला जुमला जिला चीन सीमा से सटा हुआ एक अति दुर्गम इलाका है। यहां रहने वाले लोग शारीरिक रूप से बेहद ताकतवर होते हैं। यहां के घोड़े विशेष माने जाते हैं। नवंबर माह में भारत- नेपाल सीमा पर जौलजीवी में लगने वाले मेले में हुमला जुमला के घोड़े बिकने आते हैं। इनकी भारत में ज्यादा डिमांड है।
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