Covid BF-7 Variant: चीन ने चुप्पी साधी, कोरोना की जानकारी नहीं दी जा रही
Covid BF-7 and XBB1.5 variant Variant: विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जोर दिए जाने के बासी चीन के वैज्ञानिकों ने कुछ जानकारी दी है। ये जानकारी क्या है, इस बारे में डब्लूएचओ ही कुछ बताएगा।
Covid BF-7 Variant: चीन में कोरोना की स्थिति के बारे में पुख्ता जानकारी साझा नहीं हो रही है। चीन के सरकारी मीडिया ने तो कोरोना की स्थिति को गंभीरता देना बंद ही कर दिया है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जोर दिए जाने के बासी चीन के वैज्ञानिकों ने कुछ जानकारी दी है। ये जानकारी क्या है, इस बारे में डब्लूएचओ ही कुछ बताएगा।
डब्लूएचओ ने एक तकनीकी सलाहकार समूह की बैठक में चीनी वैज्ञानिकों को वायरल अनुक्रमण पर विस्तृत डेटा प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया था, और चीन से अस्पताल में भर्ती होने, मृत्यु और टीकाकरण पर डेटा साझा करने के लिए कहा था। डब्ल्यूएचओ प्रवक्ता ने पहले कहा था कि एजेंसी को चीन और विश्व स्तर पर प्रसारित वेरिएंट के बारे में "विस्तृत चर्चा" की उम्मीद है।
नीयत पर संदेह
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर में ली कुआन यू स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी के एसोसिएट प्रोफेसर अल्फ्रेड वू ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि चीन जानकारी का खुलासा करने में बहुत ईमानदार होगा। वे इसे केवल अपने तक ही रखेंगे या वे कहेंगे कि कुछ नहीं हुआ, कुछ भी नया नहीं है। मेरी अपनी समझ है कि हम मान सकते हैं कि कुछ भी नया नहीं है। लेकिन समस्या यह है कि चीन की पारदर्शिता का मुद्दा हमेशा बना रहता है।"
यात्रा प्रतिबंध से नाराजगी
इस बीच चीन के विदेश मंत्रालय ने कुछ देशों द्वारा लगाए गए यात्रा प्रवेश प्रतिबंधों को "बिल्कुल अनुचित" करार देते हुए कहा कि उनमें वैज्ञानिक आधार की कमी है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने बीजिंग में संवाददाताओं से कहा कि, "हम दुनिया के साथ संचार में सुधार करने के इच्छुक हैं। लेकिन हम राजनीतिक उद्देश्यों के लिए महामारी की रोकथाम और नियंत्रण उपायों में हेरफेर करने के प्रयासों का दृढ़ता से विरोध करते हैं।"
मीडिया का रवैया
कम्युनिस्ट पार्टी के आधिकारिक समाचार पत्र पीपुल्स डेली ने चीनी विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा है कि वायरस के कारण होने वाली बीमारी ज्यादातर लोगों के लिए अपेक्षाकृत हल्की थी। बीजिंग चाओयांग अस्पताल के उपाध्यक्ष टोंग झाओहुई ने समाचार पत्र को बताया, "बीजिंग में अस्पतालों में वर्तमान में भर्ती मरीजों में से 3 से 4 फीसदी में गंभीर बीमारियां हैं।" सिचुआन विश्वविद्यालय के पश्चिम चीन तियानफू अस्पताल के प्रमुख कांग यान ने कहा कि पिछले तीन हफ्तों में 46 रोगियों को आईसीयू में भर्ती कराया गया था, जो कोरोना रोगियों का लगभग 1 फीसदी हैं।
इस बीच अमेरिका, फ्रांस, इटली और अन्य ने कहा है कि उन्हें चीन से यात्रियों पर कोरोना परीक्षण की आवश्यकता होगी। व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने कहा कि, "जैसा कि हमने कहा है, अमेरिका ने चीन को टीके और अन्य कोरोना सहायता की पेशकश की है। चीन ने सार्वजनिक रूप से संकेत दिया है कि वे प्रस्ताव की सराहना करते हैं, लेकिन समर्थन की आवश्यकता नहीं है। हम अपने प्रस्ताव पर कायम हैं। चीन में 8 जनवरी से आने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन की जरूरत नहीं होगी।