सावधान: शरीर पर ऐसे धब्बे पाए जा रहे, स्किन पर कोरोना का बुरा असर

पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की महामारी का कहर जारी है। इस बीमारी को लेकर आए दिन नई जानकारियां सामने आ रही हैं। अब एक हालिया शोध में पता चला है कि कोरोना वायरस लोगों की स्किन पर भी बुरा असर असर डाल रहा है।

Update:2020-05-03 12:36 IST

नई दिल्ली: पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की महामारी का कहर जारी है। इस बीमारी को लेकर आए दिन नई जानकारियां सामने आ रही हैं। अब एक हालिया शोध में पता चला है कि कोरोना वायरस लोगों की स्किन पर भी बुरा असर असर डाल रहा है। स्पेन के कुछ डर्मटॉलॉजिस्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस के मरीजों पर कई असामान्य लक्षण देखे गए हैं। हालांकि स्किन पर देखे जाने वाले इन निशानों से एसिम्प्टोमैटिक मरीजों की पहचान हो सकती है।

मरीजों पर पाए गए ऐसे लक्षण

स्पेन के डर्मटॉलॉजिस्ट के मुताबिक, मरीजों की स्किन पर दिखाई देने वाले इस गंभीर बीमारी से एसिम्पटोमैटिक (लक्षण न दिखाई देने वाले) मरीजों की पहचान की जा सकती है। स्पेन में इस शोध में कोरोना संक्रमित मरीजों के अलावा ऐसे लोगों को भी शामिल किया गया जो दो हफ्तों से त्वचा संबंधी समस्या झेल रहे थे।

मरीजों के हाथ व पैरों पर पाए गए छाले

ब्रिटिश जर्नल ऑफ डर्मटोलॉजी में प्रकाशित इस रिसर्च में दावा किया गया है कि कोरोना से ग्रसित 19 फीसदी मरीजों के हाथ और पैरों पर छाले दिखाई दिए हैं। इसके अलावा भी उनके शरीर पर कई अलग-अलग तरह के दाग-धब्बे दिखा दिए हैं।

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शरीर पर पाए जा रहे हैं खून से भरे दाने

रिपोर्ट में एक्सपर्ट्स ने कहा है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के हाथ और पैरों के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों पर ऐसे छाले हो सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 9 फीसदी मामले ऐसे भी आए हैं, जिनके हाथ और पैरों के अलावा शरीर के ऊपरी हिस्से में छाले या दाने मिले, जो कि खून से भरे हुए थे। कहा गया है कि खून से भरे इस छालों के आकार धीरे-धीरे बड़े हो सकते हैं।

लाल रंग के धब्बे या पित्त जैसे लक्षण भी दिखाई दिए

कुछ केसेस में मरीजों के शरीर पर लाल रंग के धब्बे या फिर पित्त जैसे निशान देखे गए हैं। ऐसे कुछ 19 फीसदी मामले सामने आए हैं, जिनके शरीर पर लाल, गुलाबी या सफेद रंग के धब्बे देखे गए।

मरीजों में पाए गए ऐसे भी लक्षण

इसके अलावा 47 फीसदी मामलों में मरीजों में मैक्युलोपैपुल्स की समस्या देखी गई है। यानि कि मरीजों की शरीर की त्वचा पर गहरे लाल रंग के निशाने आने लगते हैं। रोगियों की त्वचा पर दिखाई देने वाली यह समस्या 'पाइरियासिस रोसी' जैसे गंभीर बीमारी की तरह दिखाई देती है।

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ऐसी जगह पर पाए गए धब्बे

इस तरह के छाले या धब्बे त्वचा पर उस जगह नजर आते हैं जहां रक्त वाहिकाओं का संचरण खराब होता है। इसकी वजह से रोगी की त्वचा का रंग गहरा लाल या नीला हो जाता है।

कोरोना फैलने की यह भी बड़ी वजह

कोरोना वायरस के तेजी से फैलने का कारण यह भी है कि कई मरीजों में कोरोना के कोई भी लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। दुनियाभर में कोरोना मरीजों को ठीक करने में जुटी स्वास्थ्य एजेंसियों के लिए असल चुनौती उन मरीजों की पहचान करना है, जिनमें Covid- 19 के लक्षण नहीं दिखते हैं।

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कोरोना के सामान्य लक्षण

हालांकि बिना लक्षण वाले ऐसे मरीज पूरी तरह से एसिम्प्टमैटिक नहीं होते हैं। अब सूंघने या स्वाद लेने की क्षमता खोना या फिर आंखों का गुलाबी हो जाना असामान्य लक्षण माना जा रहा है। हालांकि कोरोना के सामान्य लक्षण अब भी सूखी खांसी, बुखार, गले में खराश, थकान और सांस लेने में कठिनाई ही हैं।

कोरोना से बचने के लिए क्या करें?

कोरोना से बचने के लिए लॉकडाउन का पालन करें। साथ ही बाहर निकलने की स्थिति में मुंह पर मास्क पहनने और नियमित रूप से हाथ धोने जैसी बातों का ख्याल रखने को कहा गया है।

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