पाक सरकार ने खेला गंदा खेल, पीओके के लिए भेज दी ऐसी पीपीई किट और मास्क
पाकिस्तान सरकार ने एक बार फिर पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के लोगों के साथ गंदा खेल खेला है। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर और कश्मीरीयत का राग अलापने वाली पाकिस्तान सरकार का असली चेहरा एक बार फिर बेनकाब हुआ है।
मुजफ्फराबाद: पाकिस्तान सरकार ने एक बार फिर पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के लोगों के साथ गंदा खेल खेला है। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर और कश्मीरीयत का राग अलापने वाली पाकिस्तान सरकार का असली चेहरा एक बार फिर बेनकाब हुआ है। कोरोना संकट के दिनों में भी पाकिस्तान सरकार ने पीओके के लोगों के साथ धोखा किया है। पीओके के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर इस पूरे मामले की जानकारी दी है।
किट का पहले ही किया जा चुका है इस्तेमाल
पीओके के मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में बताया कि पाकिस्तान सरकार की ओर से पीओके के अस्पतालों में ऐसी पीपीई किट भेज दी गई जिनका इस्तेमाल पहले ही किया जा चुका था। इसके साथ ही ऐसे मास्कों की आपूर्ति की गई जिन पर पान के धब्बे लगे हुए थे। मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान सरकार के इस कदम पर गहरी आपत्ति जताते हुए कहा कि राज्य के अस्पतालों को पीपीई किट का डंपिंग ग्राउंड बना दिया गया है।
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किट देखकर डॉक्टर भी रह गए हैरान
दरअसल रावलपिंडी स्थित सैन्य अस्पताल से पीओके के अस्पतालों में तीन लाख पीपीई किट भेजी गई थी। इसके साथ ही कोरोना संकट से निपटने के लिए मास्क भी भेजे गए थे। मुजफ्फराबाद के शेख खलीफा बिन जायेद कंबाइंड मिलिट्री हॉस्पिटल में जब किट को खोला गया तो उन्हें देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए क्योंकि इनका पहले ही इस्तेमाल किया जा चुका था। दूसरी खेपों में भेजी गई पीपीई किट का भी हाल ऐसा ही था। पीओके के मुख्यमंत्री ने ट्वीट के जरिए ऐसे पीपीई किट की आपूर्ति पर गहरी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से भेजे गए मास्क की जब हमने प्रयोगशाला में जांच कराई तो पता चला कि इस पर लगे हुए धब्बे पान के हैं।
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पीओके को बना दिया डंपिंग ग्राउंड
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए अस्पताल के प्रावधानों के अनुसार सभी पीपीई किट को नष्ट कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक है कि पहले चीन में निर्मित फर्जी टेस्टिंग मशीन दी गई और अब गुलाम कश्मीर को पीपीई किट का डंपिंग ग्राउंड बना दिया गया है। पीओके के अस्पतालों में मेडिकल सुविधाओं का काफी अभाव है। इस कारण कोरोना वायरस की टेस्टिंग का काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। यहां अभी तक कोरोना से संक्रमित 133 केस पाए गए हैं जबकि गिलगिट बालटिस्तान में कोरोना से संक्रमिक 556 मरीज पाए गए हैं।
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नाराज डॉक्टरों ने इलाज से किया इनकार
पीओके के अस्पतालों की हालत इतनी खराब है कि यहां पर डॉक्टर बिना पीपीई किट के कोरोना से संक्रमित मरीजों का इलाज करने के लिए मजबूर हैं। पीपीई किट की आपूर्ति की मांग को लेकर वे प्रदर्शन तक कर चुके हैं मगर अभी तक उनकी मांग पूरी नहीं की गई है। इस कारण कई डॉक्टरों में काफी नाराजगी है और उन्होंने कोरोना मरीजों का इलाज करने से इनकार कर दिया है। कोरोना संकट की इस घड़ी में पीओके और गिलगिट बालटिस्तान के लोगों के साथ पाकिस्तान सरकार के इस रवैये से काफी आक्रोश फैल रहा है।
दूसरी ओर पाकिस्तान सरकार की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं आया है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान खुद कोरोना संक्रमण के कारण गहरे संकट में फंसा हुआ है और ऐसे में वह पीओके की मांग भी नहीं पूरी कर पा रहा है।