राष्ट्रपति डोलान्ड ट्रंप को लगा तगड़ा झटका, अब जानिए क्या होगा उनका भविष्य

अमेरिकी इतिहास में राष्ट्रपति डोलान्ड ट्रंप हमेशा के लिए दर्ज हो गए हैं। उनका नाम किसी अच्छे काम के लिए नहीं, बल्कि गलत कारणों के लिए दर्ज हुआ है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में पास हो गया।

Update: 2019-12-19 03:49 GMT

नई दिल्ली: अमेरिकी इतिहास में राष्ट्रपति डोलान्ड ट्रंप हमेशा के लिए दर्ज हो गए हैं। उनका नाम किसी अच्छे काम के लिए नहीं, बल्कि गलत कारणों के लिए दर्ज हुआ है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में पास हो गया।

इससे पहले अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में बुधवार को करीब 10 घंटे तक बहस चली। अब तक के इतिहास में सिर्फ 3 ऐसे राष्ट्रपति रहे हैं जिन्हें महाभियोग प्रक्रिया का सामना करना पड़ा है।

हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में विपक्षी डेमोक्रैट्स के के पास बहुमत है। ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के पक्ष में 230 और विरोध में 197 वोट पड़े। अब साफ हो गया है कि डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही की जाएगी।

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बहस के दौरान डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि सुसान डेविस ने सदन में भाषण देते हुए कहा कि हम राष्ट्रपति पर महाभियोग नहीं लगा रहे हैं। वह खुद ही ऐसा कर रहे हैं। आप राष्ट्रपति हैं और आप न्याय में बाधा डालते हैं। उन्होंने कहा कि आप एक विदेशी नेता को रिश्वत देने का प्रयास करते हैं। आप राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं। आपका महाभियोग होगा। कहानी का अंत।

निचले सदन से प्रस्ताव पारित हो जाने के बाद अब ऊपरी सदन सीनेट में मुकदमा चलेगा। ट्रंप को अगले महीने सीनेट में मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन यहां उनकी पार्टी को बहुमत में है। ऐसे में कोई संभावना नहीं है कि उन्हें पद से हटाया जा सकेगा।

इससे पहले हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की स्पीकर नैन्सी पॉलोसी ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप की बतौर राष्ट्रपति उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इससे पहले मंगलवार की शाम को ही डोनाल्ड ट्रंप ने नैन्सी पॉलोसी को चिट्ठी लिखकर उन्हें खरी-खोटी सुनाई थी।

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नैन्सी पॉलोसी के लिए चिट्ठी लिखी थी, जिसे सभी डेमोक्रेट्स सदस्यों के लिए संबोधित किया गया था। ट्रंप ने कहा कि मेरे खिलाफ जो महाभियोग लाने की कोशिश की जा रही है, वह अमेरिकी इतिहास में लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला है जो बिडेन के सहयोगियों के द्वारा मुझे मेरे पद से हटाने की कोशिश है।

क्या कहते हैं आंकड़े

बता दें कि अमेरिका की हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन के पास बहुमत नहीं है, जिसकी वजह यह प्रस्ताव पास हो गया है। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में कुल 435 सदस्य हैं, जिनमें 233 डेमोक्रेट्स के, जिनमें स्पीकर नैन्सी पॉलोसी भी शामिल हैं। तो वहीं, रिपब्लिकन पार्टी के पास सिर्फ 197 सदस्य हैं। एक सदस्य निर्दलीय है, जबकि चार सीटें खाली हैं।

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अमेरिकी संविधान की खास बातें

अमेरिका के संविधान प्रदत्त व्यवस्था के मुताबिक ट्रंप महाभियोग प्रक्रिया के दौरान भी अपने पद पर बने रह सकते हैं। महाभियोग प्रस्ताव का सीनेट से पास होना अनिवार्य होता है। इससे पहले जिन दो राष्ट्रपति एंड्रयू जॉनसन और बिल क्लिंटन पर यह प्रस्ताव चला है, वह भी सीनेट में समर्थन के कारण आरोपमुक्त हो गए। सीनेट में इस वक्त रिपब्लिकन का ही बहुमत है। अमेरिकी संविधान के मुताबिक सीनेट में मौजूद सदस्य अगर दो तिहाई बहुमत से प्रस्ताव का समर्थन करें तभी राष्ट्रपति को पद से बर्खास्त किया जा सकता है।

ट्रंप की कुर्सी सुरक्षित

विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप की सरकार फिलहाल सुरक्षित है, क्योंकि महाभियोग की प्रक्रिया निचले सदन में पूरी भी होने के बाद भी रिपब्लिकन बहुमत वाली सीनेट से उसका पास होना मुश्किल है। ट्रंप की सत्ता एक ही सूरत में जा सकती है, जब कम से कम 20 रिपब्लिकन सांसद उनके खिलाफ विद्रोह करें। लेकिन अभी के हालात में ऐसा होना संभव नहीं दिख रहा है।

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ट्रंप पर आरोप

डोनाल्ड ट्रंप पर साल 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में संभावित प्रतिद्वंद्वी और पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडेन समेत अन्य प्रतिद्वंद्वियों की छवि खराब करने के लिए यूक्रेन से गैरकानूनी तरीके से मदद मांगने का आरोप लगा है। इसके अलावा ट्रंप पर संसद के काम में बाधा डालने का भी आरोप है।

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