Sri Lanka Crisis: जनता के सामने राष्ट्रपति गोटबाया ने डाले हथियार, किया ये बड़ा ऐलान

Sri Lanka Crisis: राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे जनता के भारी आक्रोश को देखते हुए अपनी असिमित शक्तियों को कम करने पर राजी हो गए हैं।

Published By :  Shreya
Update: 2022-05-11 17:30 GMT

राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Economic Crisis In Sri Lanka: आर्थिक संकट के कारण राजनीतिक अस्थिरता का सामना कर रहे श्रीलंका (Sri Lanka) में अब स्थिरता आने के आसार नजर आने लगे हैं। संविधान में मनमाना संसोधन कर बेहिसाहब ताकत पाने वाले राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) जनता के भारी आक्रोश को देखते हुए अपनी असिमित शक्तियों को कम करने पर राजी हो गए हैं। बुधवार रात देश के नाम जारी संदेश में श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने कहा कि नया प्रधानमंत्री और कैबिनेट इसी हफ्ते शपथ लेगी। देश में लोगों को शांति बनाए रखना होगा। हिंसा को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बता दें कि सोमवार और मंगलवार को देश भर में हुए हिंसक प्रदर्शन में एक सत्ताधारी सांसद समेत 9 लोगों की जान अब तक जा चुकी है। हिंसा के बाद देश के कई हिस्सों में सेना की भारी तैनाती कर दी गई है और सड़क पर उपद्रव करने वालों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया जा चुका है।

राष्ट्रपति ने डाले हाथियार

श्रीलंका की राजनीति में चट्टान सी पकड़ रखने वाले राजपक्षे परिवार के पैरों तले की सियासी जमीन लगभग खिसक चुकी है। भारी विरोध प्रदर्शन और विपक्ष की मांग के बावजूद राष्ट्रपति की कुर्सी छोड़ने से इनकार करने वाले गोटबाया राजपक्षे ने अब हथियार डाल दिए हैं। राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में एक बड़ा ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि मैं संविधान 19वें अनुच्छेद में संशोधन करने का अधिकार संसद को दूंगा। बता दें कि यही अनुच्छेद राष्ट्रपति को तानाशाह की तरह असीमित शक्तियां देता है। श्रीलंका में इसे लेकर कई बार विवाद हो चुके थे, लेकिन अपने सियासत के चरम पर होने के दौरान राजपक्षे परिवार ने ऐसे हर विरोध को अनसुना कर मनमाना करता रहा।

बता दें कि प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफा देने के बावजूद प्रदर्शनकारी (Protest in Sri Lanka) सड़कों से हटने को तैयार नहीं हैं। उनका मानना है कि जब तक राष्ट्रपति गोटबाया समेत पूरा राजपक्षे परिवार सरकार से हट नहीं जाता, प्रदर्शन जारी रहेगा। लेकिन गोटबाया अब भी कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में उनके इस ऐलान को जनता कितना तवज्जो देती है, ये देखने वाली बात होगी।

भारत ने किया खारिज

पूर्व पीएम महिंदा राजपक्षे के भारत में शरण लेने के दावे को भारत ने पूरी तरह से खारिज किया है। भारतीय दूतावास ने ऐसी अफवाहों को गलत बताते हुए एक बयान जारी किया है। बयान में कहा गया कि हाल ही में सोशल मीडिया और मीडिया के कुछ तबकों में इस तरह की अफवाह फैलाई गई है कि एक कुछ राजनीतिक व्यक्ति और उनके परिवार भारत भाग गए हैं, जो कि सत्य नहीं है। साथ ही भारत ने श्रीलंका में सेना उतारने की खबरों को भी खंडन किया है।

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