देश में आपातकाल: भारी प्रदर्शन से कांपी दुनिया, हो गया ये बड़ा फैसला

थाईलैंड में बुधवार को हुए जन प्रदर्शनों के बाद सरकार ने देश में आपातकाल लागू कर दिया है। बताया जा रहा है कि ये कदम शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है।

Update: 2020-10-15 12:21 GMT
देश में आपातकाल: भारी प्रदर्शन से कांपी दुनिया, हो गया ये बड़ा फैसला

बैंकॉक: थाईलैंड सरकार ने गुरुवार को तड़के देश में आपातकाल लागू कर दिया है। सरकार ने ये फैसला कल यानी बुधवार को हुए जन प्रदर्शनों के बाद किया है। पुलिस अधिकारियों ने इस बारे में कहा गया कि देश में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए ये कदम उठाया गया है। इसके तहत देश में प्रदर्शन पर पाबंदी लगा दी गई है। वहीं पुलिस ने आंदोलन के प्रमुख नेता और इसमें शामिल हुए कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार नेताओं में एनोन नम्पा और पनुसाया सिथिजिरावत्तनकुल भी शामिल हैं।

फरवरी से जारी है देश में आंदोलन

बता दें कि थाईलैंड में ये आंदोलन फरवरी महीने से ही जारी है। वहीं अभी बीते अगस्त महीने में तो प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री इस्तीफे की मांग की थी। साथ ही राजशाही पर नियंत्रण लगाने की भी मांग की गई थी। बता दें कि पहली बार ऐसा हुआ, जब जन समुदाय ने सड़कों पर उतरकर राजतंत्र या राज परिवार का विरोध किया। वहीं बुधवार को ये विरोध और तेज होता दिखाई दिया, जिसके बाद सरकार ने देश में इमरजेंसी लागू करने का फैसला किया।

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अगस्त महीने में भी जमकर हुए थे जन प्रदर्शन

बताते चलें कि पिछले अगस्त महीने में भी थाईलैंड में बड़े पैमाने पर जन प्रदर्शन हुए थे। उस दौरान मानवाधिकार अधिवक्ता एनोन नम्पा ने खुलकर राजशाही पर सार्वजनिक बहस छेड़ दी थी। नम्पा ने इस व्यवस्था में सुधार करने की अपील की थी। वहीं पनुसाया सिथिजिरावत्तनकुल ने भी दस सूत्री घोषणा पत्र जारी करते हुए राजशाही में सुधार करने की बात कही थी। उस दौरान आंदोलकारियों ने तीन मांगे रखते हुए कहा था कि जब तक यह मांगे नहीं पूरी हो जाती तब तक यह विरोध नहीं रुकेगा।

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आंदोलनकारियों ने की थी ये मांग

आंदोलनकारियों ने मांग की थी कि संसद भंग की जाए, संविधान को फिर से लिखा जाए और सरकार आलोचकों का दमन बंद करे। अगस्त में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के कहर के बाद भी आंदोलनकारियों हफ्ते भर जमकर प्रदर्शन किया था। वहीं अब पिछले कुछ दिनों से थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक समेत अन्य शहरों की सड़कों पर भी ऐसा ही कुछ नजारा दिख रहा था, ऐसे में देश में इमरजेंसी लगा दी गई है।

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