FM Nirmala Sitharaman: वाशिंगटन में ग्लोबल निवेशकों से निर्मला सीतारमण का आग्रह, भारत में क्या हो रहा है, यह देंखे

FM Nirmala Sitharaman: सीतारमण ने यह भी कहा कि 'मैं चाहती हूं कि डब्ल्यूटीओ और अधिक प्रगतिशील हो। सभी देशों को अधिक सुने, सभी सदस्यों के लिए निष्पक्ष हो।' आगे उन्होंने कहा कि भारत में मुसलमान पाकिस्तान की तुलना में काफी अच्छी स्थिति में जीवन जी रहा है।

Update:2023-04-11 17:47 IST
FM Nirmala Sitharaman (सोशल मीडिया)

FM Nirmala Sitharaman: वैश्विक स्तर पर कुछ लोगों द्वारा भारत की छवि बिना मतलब के धूमिल करने पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कड़ा रूख अपनाते हुए उन लोगों पर जोरदार हमला बोला और निवेशकों से अनदेखी करने का आग्रह किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में आयोजित पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स (पीआईआईई) के कार्यक्रम में शामिल हुई हैं। इस दौरान सीतारण ने निवेशकों के आग्रह किया कि वे उन लोगों द्वारा बनाई गई धारणओं को सुनने पर ध्यान देने की बजाए, भारत में क्या हो रहा है, यह देखें, जोकि देश में नहीं है।

भारत की छवि का सही जबाव निवेशकों के पास

केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण पीआईआईई में भारतीय अर्थव्यस्था के विकास पर बातचीत कर रही थीं। भारत की छवि खराब करने पर सीतारमण ने कहा कि मुझे लगता है कि इसका उत्तर उन निवेशकों के पास है जो भारत आ रहे हैं और वे आते रहे हैं। एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जो निवेश प्राप्त करने में रुचि रखता है, मैं केवल इतना कहूंगी कि भारत में क्या हो रहा है, इसके बजाय उन लोगों द्वारा बनाई जा रही धारणाओं को सुनें, जो जमीन पर नहीं आए हैं और जो रिपोर्ट तैयार करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत और अन्य उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाएं (ईएमई) एक उभरते बाजार होने का बोझ उठाती हैं।

हमने किया उत्पादन को प्रोत्साहित

वित्त मंत्री ने कोरोना महामारी के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार में भारतीय लोगों सहयोग की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि ये भारतीय लोग हैं खुद चुनौती लेते हैं और त्रासदी के बाद भी व्यवस्यायों में तेजी लाने के लिए घर के बाहर आए। वित्त मंत्री नें यह भी कहा कि भारत को लचीली मूल्य श्रृंखलाओं की आवश्यकता है। भारत को भारत में आने वाली लचीली मूल्य श्रृंखलाओं की आवश्यकता है, इसके लिए हम प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव्स (PLI) योजना लेकर आए हैं, ताकि आपूर्ति श्रृंखलाएं घरेलू और साथ ही अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में पनप सकें। वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने उत्पादन को प्रोत्साहित किया है, ताकि भारत में उत्पादित वस्तुओं का भारत में उपभोग किया जा सके और साथ ही अन्य देशों को निर्यात किया जा सके।

WTO अन्य देशों को भी अधिक सुने

इस बैठक में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) से अधिक प्रगतिशील होने और अन्य देशों को अधिक स्थान देने का आग्रह किया, जिनके पास कहने के लिए कुछ अलग है। सीतारमण ने कहा कि मैं चाहती हूं कि डब्ल्यूटीओ और अधिक प्रगतिशील हो। सभी देशों को अधिक सुने, सभी सदस्यों के लिए निष्पक्ष हो।

पाकिस्तान की तुलना में भारत में मुसलमान अच्छी स्थिति में

वैश्विक मंच से भारत में मुल की स्थिति पर केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय पड़ोसी देश पाकिस्तान की तुलना में देश में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। दरअसल, बैठक में पीआईआईई के अध्यक्ष एडम एस पोसेन ने पश्चिमी प्रेस की एक रिपोर्ट से भारत में मुस्लिम हिंसा के बारे में पूछा। इस पर वित्त मंत्री ने जबाव दिया कि, भारत में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश है। यहां पर लगातार इस सुमदाय की जनसंख्या बढ़ रही है। अगर भारत में उनका जीवन कठिन है या फिर बना दिया जाता तो क्या मुस्लिम आबादी 1947 की तुलना में बढ़ती? सीतारमण ने कहा कि मुस्लिम सभी नकारात्मक रिपोर्टों के बावजूद भारत में सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

गोलमेज बैठक में भी शामिल केंद्रीय वित्त मंत्री

इस यात्रा के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को वाशिंगटन डीसी में गोलमेज बैठक में भाग लिया। इस बैठक की सह-मेजबानी भारतीय उद्योग परिसंघ और यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल कर रहे थे।

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