French Government: खाने की चीजों के दाम घटाओ नहीं तो लगेगा प्रतिबंध
French Government: फ्रांसीसी सरकार ने नागरिकों को राहत देने के लिए एक जबर्दस्त कदम उठाया है। फ्रेंच सरकार ने खाने पीने की चीजें बनाने बेचने वाली 75 बड़ी कंपनियों से संकल्प करा लिया है कि वह अपने प्रोडक्ट्स की कीमतों में कटौती करेंगी।
French Government: कोरोना आने के साथ बिगड़े आर्थिक हालात अभी तह सामान्य नहीं हो पाए हैं। चीजों के दाम लगातार बढ़ते ही चले जा रहे हैं और लोग परेशान हैं। ऐसे में फ्रांसीसी सरकार ने नागरिकों को राहत देने के लिए एक जबर्दस्त कदम उठाया है। फ्रेंच सरकार ने खाने पीने की चीजें बनाने बेचने वाली 75 बड़ी कंपनियों से संकल्प करा लिया है कि वह अपने प्रोडक्ट्स की कीमतों में कटौती करेंगी। यूनिलीवर समेत ढेरों दिग्गज कंपनियां सैकड़ों उत्पादों की कीमतों में कटौती करेंगी और अगर ऐसा नहीं किया तो सरकार उनके खिलाफ प्रतिबंध लगा देगी।
सख्त उपाय
फ्रांस के वित्त मंत्री ब्रूनो ले मैयर ने कहा कि उन्होंने यूनिलीवर सहित 75 खाद्य कंपनियों से सैकड़ों उत्पादों की कीमतों में कटौती करने का संकल्प ले लिया है। ले मैयर ने कहा कि फ्रांसीसी लोग जो खाते हैं उनमें से 80 फीसदी चीजें यही कंपनियां बनाती हैं। अगर कंपनियों ने दाम नहीं घटाए तो उन्हें वित्तीय प्रतिबंधों का सामना करना होगा।
सरकार नाराज़
फ्रांस में हाल के महीनों में सुपरमार्केट में आइटम्स की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं, हालांकि खाद्य उत्पादकों द्वारा उपयोग किए जाने वाले कई कच्चे माल की लागत में कमी आई है। फसलें अच्छी हुईं हैं । जिसके चलते संयुक्त राष्ट्र का वर्ल्ड फ़ूड कमोडिटी इंडेक्स दो साल के न्यूनतम स्तर पर है। लेकिन उपभोक्ताओं को महंगे खाद्य समान ही खरीदने पड़ रहे हैं। यही नहीं, जनता मंहगी बिजली से भी त्रस्त है। खाद्य आइटम वाली कंपनियों की हरकतों की वजह से दाम बढ़ते चले जाने से फ्रांसीसी सरकार गुस्से में है।
फ़्रांस के वित्त मंत्री ने पहले धमकी दी थी कि कंपनियां अगर अपनी कम लागत का फायदा उपभोक्ताओं को नहीं पहुंचाती हैं तो उन पर "विशेष कर" लगा दिए जाएंगे। उन्होंने कहा है कि खाद्य कंपनियां "अनुचित मुनाफा" कमा रही हैं। अब खाद्य उद्योग के प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद ले मैयर ने बीएफएम टीवी से कहा, "जुलाई में कुछ उत्पादों की कीमतें कम हो जाएंगी। पपास्ता, पोल्ट्री और वनस्पति तेल उन उत्पादों में शामिल हैं जिनकी कीमतों में कटौती की जाएगी।
ले मैयर ने कहा कि अगर खाद्य कंपनियां कीमतों में कटौती के अपने वादे पर खरी नहीं उतरती हैं, तो वह सार्वजनिक रूप से उनका नाम लेकर उन्हें अपमानित कर सकते हैं।उन्होंने कहा, "जिन उत्पादों की थोक कीमतें गिर गई हैं, उनकी खुदरा कीमतों में भी अगले हफ्ते तक 10 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है।
खाद्य पदार्थो की कीमतें ब्रिटेन से लेकर इटली तक यूरोपीय सरकारों के लिए चिंता का विषय हैं। लेकिन कीमतों में कटौती को आगे बढ़ाने में फ्रांस सबसे आक्रामक रहा है। हंगरी में प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने कुछ बुनियादी खाद्य पदार्थों पर कीमतों में कटौती अनिवार्य कर दी है।