छापा पैगबंर का कार्टून: अब हुआ खूनी विवाद, कई लोग हो गए घायल
फ्रांस की व्यंग्य पत्रिका जिसका नाम शार्ली एब्दो को मोहम्मद पैगंबर का कार्टून छापना बहुत भारी पड़ गया। राजधानी पेरिस में शार्ली एब्दो के पुराने दफ्तर के पास आतंकवादियों ने चाकू से कुछ लोगों पर घातक हमला किया है।
पेरिस। फ्रांस की व्यंग्य पत्रिका जिसका नाम शार्ली एब्दो को मोहम्मद पैगंबर का कार्टून छापना बहुत भारी पड़ गया। राजधानी पेरिस में शार्ली एब्दो के पुराने दफ्तर के पास आतंकवादियों ने चाकू से कुछ लोगों पर घातक हमला किया है। इस आतंकी हमले में 4 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है। हालांकि इनमें से दो लोगों की हालत काफी नाजुक बताई जा रही है। इस बारे में पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा कि इस घटना में शामिल दो संदिग्ध घटना के बाद से फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।
ये भी पढ़ें... प्रशासन की किरकिरी: धरने पर बैठे एडीएम हुए निलंबित, ब्यूरोक्रेसी में हड़कंप
पत्रिका की पूरी दुनिया में आलोचना
दरअसल इस महीने के शुरूआत में पत्रिका शार्ली एब्दो ने मोहम्मद पैगंबर साहब का एक कार्टून प्रकाशित किया था। इस पत्रिका ने ऐसी ही घटना को आज से करीब 5 साल पहले भी छापा था। जिसके बाद ऐसा करने से पत्रिका की पूरी दुनिया में आलोचना हुई थी।
फिर अब पत्रिका के सितंबर 2020 में प्रकाशित किए मोहम्मद पैगंबर के कार्टून ने बवाल खड़ा कर दिया है। साथ ही इस घटना को लेकर पाकिस्तान में पत्रिका के खिलाफ काफी रोष देखा गया था। वहीं पत्रिका के खिलाफ पाकिस्तान के एक धार्मिक समूह तहरीक-ए-लबैक ने जमकर नारे लगाए गए। लाहौर में इस संगठन के बैनर के तले हजारों लोगों ने इकट्ठा होकर लाहौर की सड़कों पर प्रदर्शन भी किया था।
ये भी पढ़ें...मोदी की ललकार: UN में गरजेंगे भारतीय PM, पाकिस्तान को देंगे ऐसा जवाब
पुलिसकर्मी समेत 12 लोग मारे गए
बता दें, राजधानी पेरिस में शार्ली एब्दो पत्रिका ने पांच साल पहले भी मोहम्मद साहब का एक कार्टून प्रकाशित किया था। इसके बाद पत्रिका के दफ्तर पर आतंकी हमला हुआ था। तीन दिनों तक चलते रहे इस हमले में एक पुलिसकर्मी समेत 12 लोग मारे गए थे।
साथ ही जनवरी 2015 में आतंकी हमले से तहस हो गई पत्रिका शार्ली एब्दो ने हाल में फिर वही पुराना कार्टून प्रकाशित किया क्योंकि अब जाकर उस आतंकी हमले में कानूनी ट्रायल शुरू होने जा रहा है।
वहीं इस पत्रिका ने साफ कहा है कि उसके दो प्रमुख पत्रकार इस पूरे ट्रायल को कवर करेंगे। वहीं इस ट्रायल की शुरूआत को एक ऐतिहासिक घटना के रूप में दर्ज करने के मकसद से पत्रिका ने उन कार्टूनों को फिर छापा, जिनकी वजह से वो भीषण आतंकी हमला हुआ था।
ये भी पढ़ें...पानी ने बनाया रईस: अलीबाबा को छोड़ा पीछे, अब चीन का सबसे अमीर शख्स है ये