अब सीनेट में चलेगा ट्रंप के खिलाफ महाभियोग, जानें बचेगी राष्ट्रपति की कुर्सी या नहीं
ट्रंप के खिलाफ संसद के निचले सदन में चल रही महाभियोग की कार्यवाही को ऊपरी सदन सीनेट भेजने के पक्ष में सांसदों ने बुधवार को मतदान किया। सत्ता के दुरुपयोग और संसद के काम में अवरोध पैदा करने के आरोप में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग अब सीनेट में चलेगा।
नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ संसद के निचले सदन में चल रही महाभियोग की कार्यवाही को ऊपरी सदन सीनेट भेजने के पक्ष में सांसदों ने बुधवार को मतदान किया। सत्ता के दुरुपयोग और संसद के काम में अवरोध पैदा करने के आरोप में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग अब सीनेट में चलेगा।
ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही सीनेट में चलाए जाने के पक्ष में 228 सांसदों ने, जबकि विपक्ष में 193 सांसदों ने वोट किया। तो वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने महाभियोग के मुकदमे को छलावा करार दिया। डेमोक्रेटिक नेताओं ने उस दल की घोषणा की जो सीनेट में सुनवाई का नेतृत्व करेगी।
प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी द्वारा सात सदस्यों वाले सुनवाई दल का खुलासा किया जाने के कुछ ही सेकंड बाद ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि एक बार फिर आ गए, कुछ नहीं करने वाले डेमोक्रेट्स एक और छलावे के काम के साथ।
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ट्रंप के महाभियोग मुकदमे में सीनेट में अभियोजन दल का नेतृत्व एडम शिफ करेंगे। वह सदन की खुफिया समिति के प्रमुख हैं। सदन की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने यह जानकारी दी। सीनेट में ट्रंप की सुनवाई मंगलवार यानी 21 जनवरी को शुरू होने की उम्मीद है।
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रिपब्लिकन बहुमत वाली सीनेट से महाभियोग की प्रक्रिया का पास होना मुश्किल है। सीनेट में रिपब्लिक का नियंत्रण है ऐसे में इस बात की संभावना बेहद कम है कि ट्रंप को राष्ट्रपति पद से हटाया जा सकेगा। ट्रंप केवल एक सूरत में हट सकते हैं, जब कम से कम 20 रिपब्लिकन सांसद उनके खिलाफ विद्रोह कर दें। फिलहाल इसकी गुंजाइश कम ही है। इसलिए यह माना जा रहा है ट्रपं की कूर्सी सुरक्षित है।