International Reactions On Taliban: तालिबान के कब्जे को लेकर क्या है दुनिया के बड़े राष्ट्रों की प्रतिक्रिया, जाने यहां
International Reactions On Taliban: तालिबान लगातार अफगानिस्तान के इलाकों पर कब्जा कर रहा है। वहीं समय-समय पर तालिबान के कब्जे पर बड़े-बड़े राष्ट्रों की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है।
International Reactions On Taliban: तालिबान लगातार अफगानिस्तान के इलाकों पर कब्जा कर रहा है। अमेरिकी सेना के वापसी के बाद तालिबान काबुल पर कब्जा जमाने के लिए उसके आस-पास के इलाकों पर हमला कर रहा है। बताया जा रहा है कि जल्द ही काबुल तालिबानों के कब्जे में होगा। वहीं समय-समय पर तालिबान के कब्जे पर बड़े-बड़े राष्ट्रों की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही अमेरिका (America) के राष्ट्रपति जो बिडेन (Joe Biden) अफगानिस्तान को हिदायत दी कि वे अपनी सुरक्षा खुद करे। अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बिडेन (US President Joe Biden) ने कहा था कि तालिबानियों से अपने देश की रक्षा करने का काम अफगान सुरक्षा बलों (Afghan Security Forces) का है। बिडेन ने कहा था कि अफगानिस्तान में अमेरिका की सैन्य मौजूदगी 31 अगस्त को खत्म हो जाएगी और वे अब अमेरिकी सैनिकों को वहां नहीं भेजेंगे। अफगान लोगों को अपना भविष्य खुद तय करना होगा।
'अफगानिस्तान में हालात उम्मीद से भी ज्यादा खराब'
सोमवार को न्यूजीलैंड की प्रधान मंत्री जैसिंडा अर्डर्न (PM Jacinda Ardern of New Zealand) ने तालिबान से आग्रह किया है कि वे मानवाधिकारों को बनाए रखें, साथ ही वे देश छोड़ने वाले इच्छुक विदेशियों और अफगानों को जाने दें। अर्डर्न ने कहा कि अफगानिस्तान में हालात उम्मीद से कहीं ज्यादा तेजी से बिगड़े हैं। उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड के लोगों और एजेंसियों के साथ काम करने वाले कुछ अफगानों को निकालने के प्रयास जारी हैं।
अर्डर्न ने कहा, "पूरी दुनिया देख रही है कि कैसे तालिबान शासन को लेकर दावे कर रहा है कि वे किस प्रकार का देश पर शासन चाहता है। फिलहाल हम उनसे लोगों को सुरक्षित निकलने की अनुमति देने के लिए कह रहे हैं।"
ब्रिटेन अमेरिकी नीति से नाराज
बताते चलें कि ब्रिटेन अमेरिकी नीति को लेकर नाराजगी जताई है। कुछ दिन पहले ही ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस (Ben Wallace) ने कहा था कि "अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपने सेनाओं को बुलाकर एक बड़ी गलती की है। अमेरिकी सेना की वापसी के बाद तालिबान को अफगानिस्तान पर कब्जा करने का हौसला और बुलंद हो गया है।"