इस मुस्लिम देश में अफवाह: वैक्सीन लेने से हो रही ये खतरनाक बीमारी, हो रहा ये काम

इस तरह का दुष्प्रचार सुन्नी मुसलमान बहुल क्षेत्र उत्तर-पश्चिम सीरिया में भी चल रहा है जहाँ फेक न्यूज की बाढ़ आई हुई है। इस बारे में डॉक्टरों का कहना है कि अगर इन फेक न्यूज़ का तुरंत कोई इलाज नहीं किया गया तो भयावह परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

Update: 2020-12-21 11:48 GMT
इस मुस्लिम देश में अफवाह: वैक्सीन लेने से हो रही ये खतरनाक बीमारी, हो रहा ये काम

नई दिल्ली: पूरे विश्व में कोरोना महामारी को फैले लगभग एक साल हो गए, इस महरी लाखों-करोड़ों लोग मौत की नींद सो चुके हैं। कोरोना वायरस से लोगों को बचाने के लिए लड़ने के लिए वैक्सीन पर युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। कई देशों में कोरोना वैक्सीन लांच की जा रही हैं जिससे लोगों को बचाये जाने की संभावनाएं अब बढ़ गई हैं।

कोरोना वैक्सीन को लेकर दुष्प्रचार

इस महामारी के खिलाफ लड़ी जा रही जंग में दुनिया के कुछ हिस्सों में कोरोना वैक्सीन का दुष्प्रचार भी किया जा रहा है। यह कहा जा रहा है कि इन वैक्सीनों के कारण बांझपन (Infertility), डीएनए (DNA) में गड़बड़ी के साथ लोगों की बड़ी संख्या में मौत भी हो सकती है। इस तरह का दुष्प्रचार सुन्नी मुसलमान बहुल क्षेत्र उत्तर-पश्चिम सीरिया में भी चल रहा है जहाँ फेक न्यूज की बाढ़ आई हुई है। इस बारे में डॉक्टरों का कहना है कि अगर इन फेक न्यूज़ का तुरंत कोई इलाज नहीं किया गया तो भयावह परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

सामाजिक कार्यकर्ता और डॉक्टर लोगों को समझाने में जुटे

उत्तर-पश्चिम सीरिया में कई डॉक्टरों, मानवतावादी और सहायता कार्यकर्ताओं ने मीडिया को बताया कि वे सीरिया में विद्रोहियों के क्षेत्रों में भी आम लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह वायरस वास्तविकता में और बहुत खतरनाक है। एक सीरियाई विपक्षी एनजीओ की सहायता समन्वय इकाई में टीकाकरण कार्यक्रम के प्रमुख डॉ। मोहम्मद सलेम का कहना है कि जिन लोगों ने अपने बच्चों को मरते देखा है और अपने परिवारों को नष्ट होते देखा है उनके लिए एक ऐसे वायरस पर यकीन करना मुश्किल है जो आँखों से दिखाई नहीं देता। यह एनजीओ उत्तर-पश्चिम सीरिया में कोरोनावायरस स्थिति पर डेटा के कुछ विश्वसनीय स्रोतों में से एक है।

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मशहूर हस्तियों द्वारा कोरोना वैक्सीन को लेकर आधारहीन दावे

समाज की उन मशहूर हस्तियों द्वारा बहुत से आधारहीन दावे पेश किये जा रहे हैं जिनकी बहुत लम्बी चौड़ी फैन फॉलोइंग है। ऐसे तथ्य या आरोप इनके द्वारा साझे किये जा रहे हैं जो तथ्यहीन हैं या जो बिना किसी तरह के शोधप्रक्रिया से गुजर कर सामने आए हैं। ये सब निरर्थक बातें उस वायरस के बारे में की जा रही हैं जिसके कारण करोड़ों लोग अपनी जान गँवा चुके हैं। एक स्व-घोषित स्वतंत्र राजनीतिक शोधकर्ता जिनका अकाउंट ट्विटर पर वेरीफाइड है, ने अपने 98000 फॉलोवर्स को कहा कि अगर एक वायरस उन्हें नहीं मार पाया तो उसकी वैक्सीन उन्हें जरूर मार देगी।

शहर इडलिब में व्हाट्सप्प पर अफवाह वाला मैसेज वायरल

सीरिया के एक शहर इडलिब में व्हाट्सप्प पर एक मैसेज वायरल हो गया है जिसमें "एक अमेरिकी खुफिया अधिकारी की लीक हुई ऑडियो रिकॉर्डिंग" के हवाले से यह कहा गया है कि इस वायरस को पृथ्वी से जनसंख्या कम करने की योजना को लेकर है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि यदि कोरोना वायरस से जनसंख्या नहीं घटी तो उसके वैक्सीन से निश्चित रूप से लोगों की मौतें होंगी।

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कोरोनोवायरस टास्क फोर्स

इडलिब में झूठ के मामलों से निपटने के लिए सीरियाई सिविल डिफेंस कोरोनोवायरस टास्क फोर्स के साथ काम कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय टीमें वैक्सीन के खिलाफ आम आशंकाओं, अफवाहों और गलतफहमी को दूर करने के लिए प्रभावी रणनीतियां बना रही हैं।

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