इजरायल चुनाव: किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं पूर्व रक्षा मंत्री एविगदोर लीबरमैन

बेंजामिन नेतन्याहू की लिकुड पार्टी पांच महीनों के अंदर दूसरी बार चुनाव में बहुमत  हासिल करने में नाकामयाब रही। नेतन्याहू की पार्टी को मात्र 31 सीटें हासिल हुई हैं, जबकि चुनाव में उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी ब्लू एंड वाइट को नेतन्याहू की पार्टी से एक सीट ज्यादा हासिल हुई है।

Update:2023-05-16 13:53 IST

यरूशलम: इजरायल में हुए आम चुनाव के नतीजों में अभी तक जो शुरुआती रुझान आए हैं, उसमें कांटे की टक्कर चल रही है। मौजूदा प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और विपक्षी पार्टी के नेता बेनी गैंट्ज में कांटे का मुकाबला चल रहा था । लेकिन जो फ़ाइनल नतीजे सामने आये हैं उसमें इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को एक बार फिर चुनाव में निराशा हाथ लगी है।

बता दें कि बेंजामिन नेतन्याहू की लिकुड पार्टी पांच महीनों के अंदर दूसरी बार चुनाव में बहुमत हासिल करने में नाकामयाब रही। नेतन्याहू की पार्टी को मात्र 31 सीटें हासिल हुई हैं, जबकि चुनाव में उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी ब्लू एंड वाइट को नेतन्याहू की पार्टी से एक सीट ज्यादा हासिल हुई है।

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सरकार बनाने के लिए 61 सीटें हासिल करना जरूरी होता है

चुनाव में दोनों प्रमुख गठबंधनों की बात करें तो वामपंथी धड़े को 56 जबकि नेतन्याहू के नेतृत्व वाले दक्षिणपंथी धड़े को 55 सीटें मिली हैं। ऐसे में इजराइल में गठबंधन सरकार बनने का रास्ता साफ होता दिखाई दे रहा है। इजरायल में किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 61 सीटें हासिल करना जरूरी होता है।

इजरायल में मंगलवार को हुए मतदान के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार भी नेतन्याहू की पार्टी बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पा रही है। टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार 69 वर्षीय नेतन्याहू की लिकुड और उन्हें चुनौती दे रहे मध्यमार्गी पूर्व सैन्य प्रमुख बेनी गांज की ब्लू एंड वाइट पार्टी को 120 सीटों में से मात्र 31 और 32 सीटें ही हासिल हो सकी हैं। ऐसे में राजनीतिक अस्थिरता का सामना कर रहे इजरायल में गठबंधन सरकार बनने की संभावना बढ़ गई है।

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किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं पूर्व रक्षा मंत्री एविगदोर लीबरमैन

चुनाव परिणाम देखने के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूर्व रक्षा मंत्री एविगदोर लीबरमैन चुनाव में किंगमेकर की भूमिका में रहने वाले हैं। हालांकि उन्होंने चुनाव परिणाम आने के बाद कहा कि वह किसी गठबंधन से नहीं जुड़ेंगे। उन्होंने कहा कि तस्वीरें साफ है।

चुनाव परिणाम को देखने के बाद हर किसी को अंदाजा लग गया है कि सत्ता में बैठने के लिए लिबरल यूनिटी सरकार ही एकमात्र विकल्प है, जिसमें लिकुड़, ब्लू एंड वाइट और उनकी अपनी इजरायल बितेनु शामिल रहेगी।

 

 

 

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