जानिए इजरायल के राष्ट्रपति ने क्यों कहा जर्मनी में सुरक्षित नहीं हैं यहूदी

इस्राइली राष्ट्रपति रूवन रिवलिन ने रविवार को कहा कि जर्मनी द्वारा यहूदियों को पारंपरिक किप्पा टोपी पहनने से खतरे की चेतावनी देना यहूदी विरोधी भावनाओं के सामने घुटना टेकना है और यह इस बात का सबूत है कि वहां यहूदी असुरक्षित हैं।

Update: 2019-05-26 12:17 GMT

यरूशलम: इस्राइली राष्ट्रपति रूवन रिवलिन ने रविवार को कहा कि जर्मनी द्वारा यहूदियों को पारंपरिक किप्पा टोपी पहनने से खतरे की चेतावनी देना यहूदी विरोधी भावनाओं के सामने घुटना टेकना है और यह इस बात का सबूत है कि वहां यहूदी असुरक्षित हैं।

यहूदी विरोधी भावनाओं पर जर्मनी सरकार के आयुक्त फेलिक्स क्लीन ने शनिवार को प्रकाशित एक साक्षात्कार में कहा था कि यहूदी विरोधी भावनाओं और यहूदियों पर हमले के चलते वह यहूदियों को जर्मनी में हर वक्त सभी जगह किप्पा टोपी पहनने की सलाह नहीं दे सकते।

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रिवलिन ने कहा कि क्लीन की टिप्पणी से वह स्तब्ध हैं। वैसे तो वह यहूदी समुदाय के प्रति जर्मन सरकार की प्रतिबद्धता को स्वीकारते हैं लेकिन उनका आरोप है कि वह यहूदियों को निशाना बनाने वालों के सामने झुक गयी है।

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उन्होंने कहा, ‘‘ जर्मन यहूदियों की सुरक्षा के बारे में डर यहूदी विरोधी भावनाओं के सामने घुटना टेकना है और इस बात की स्वीकारोक्ति है कि एक बार फिर जर्मन धरती पर यहूदी सुरक्षित नहीं है।’’उन्होंने कहा, ‘‘हम कभी नहीं झुकेंगे, हम अपनी नजरें नहीं झुकायेंगे, हम यहूदी विरोधी भावनाओं के सामने घुटना नहीं टेकेंगे । हम आशा और मांग करते हैं कि हमारा सहयोगी भी ऐसा ही करें।’’पिछले साल जर्मनी में यहूदी विरोधी अपराध 20 फीसद बढ़ गये।

एएफपी

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