भारत में 'बड़ा हमला' करने की तैयारी में आतंकी, यहां ले रहे हैं ट्रेनिंग

14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए आतंकी हमले का बाद भारत ने पाकिस्तान में घुसकर बालाकोट में आतंकी कैंपों पर एयर स्ट्राइक किया था। भारत के इस एयर स्ट्राइक में कई आतंकी मारे गए थे।

Update: 2019-07-09 06:57 GMT
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नई दिल्ली : 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए आतंकी हमले का बाद भारत ने पाकिस्तान में घुसकर बालाकोट में आतंकी कैंपों पर एयर स्ट्राइक किया था। भारत के इस एयर स्ट्राइक में कई आतंकी मारे गए थे। भारत के इस हमले के बाद पाकिस्तानी सेना, खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन नई रणनीति पर काम कर रही है।

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आतंकी संगठनों ने बदला अपना ठिकाना

खुफिया सूत्रों के हवाले से मिल रही खबरों के मुताबिक, बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठनों ने अब अपना ठिकाना बदल लिया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा ने बालाकोट हवाई हमले के बाद हक्कानी नेटवर्क और अफगान तालिबान जैसे चरमपंथी संगठनों से हाथ मिला लिया है।

जानकारी के मुताबिक जैश-ए-मुहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन अब अफगानिस्तान के कंधार और कुनार समेत अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अपना ठिकाना बना रहे हैं।

ले रहे खतरनाक ट्रेनिंग

खबर यह भी है कि बालाकोट एयर स्ट्राइक का बदला लेने के लिए आतंकी यहां पर खतरनाक ट्रेनिंग ले रहे हैं। कंधार में भारतीय दूतावास पर आतंकी हमले की खुफिया रिपोर्ट के बाद हाई अलर्ट पर रखा गया है।

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जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान की आईएसआई अफगानिस्तान के हक्कानी नेटवर्क, जैश ए मोहम्मद, तालिबान और आईएसआईएस आतंकियों के बीच बैठक करा रही है जिससे भविष्य में तालिबानी आतंकियों से भारत पर हमले कराये जा सके।

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी जैश ए मोहम्मद और मौलाना मसूद अजहर के खिलाफ लगे बैन से जहां परेशान है। वहीं अफगानिस्तान से सटे अफगानिस्तान और पाकिस्तान सीमा के नजदीक पाकिस्तान जैश ए मुतकी नाम से एक नये आतंकी गुट को बनाने में लगा हुआ है।

बना रहें टेरर कैंप्स

जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान ने इससे जुड़े आतंकियों की ट्रेनिंग के लिए मीरमशाह शहर में टेरर कैंप्स बनाने में लगा है। मीरमशाह पाकिस्तान के नार्थ वजीरस्तान का हिस्सा है और ये अफगानिस्तान से महज 60 किलोमीटर की दूरी पर है।

आतंकी हमलों के मद्देनजर कंधार स्थित भारतीय कंसुलेट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस तरह की जानकारी तब सामने आई जब पिछले साल जलालाबाद में जैश आतंकी सेदिक अकबर की गिरफ्तारी हुई थी।

सूत्रों का तो यह भी कहना है कि हक्कानी नेटवर्क ने 2019 के शुरुआती महीनों में मसूद अजहर को भी शरण देने की पेशकश की थी। पेंटागन की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी सरकार ने पाकिस्तान स्थित लश्कर को वाशिंगटन के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया है।

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अमेरिका के खिलाफ एक बड़े हमले की तैयारी

रिपोर्ट के मुताबिक लश्कर के 300 से ज्यादा आतंकी अफगानिस्तान में अमेरिका के खिलाफ एक बड़े हमले की तैयारी में जुटे हुए हैं। 2008 मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार लश्कर को अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र संघ ने ग्लोबल टेरर संगठन घोषित कर रखा है। रिपोर्ट के अफगानिस्तान में 20 से ज्यादा आतंकी संगठन सक्रिय हैं।

 

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