जीत पर लगी मुहर: जो बिडेन ने पाए 306 इलेक्टोरल वोट, बने अमेरिका के राष्ट्रपति
जो बिडेन ने राष्ट्रपति चुनाव में अपनी जीत के बाद इससे जुड़े किसी भी सवाल को दूर करने की मांग की है। उन्होंने इलेक्टोरल कॉलेज द्वारा जीत की आधिकारिक घोषणा के बाद अमेरिका के लोगों से कहा कि वे परिणाम को स्वीकार करें।
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बिडेन के जीतने की आधिकारिक रूप से घोषणा कर दी गई है। इलेक्टोरल कॉलेज ने उन्हें आधिकारिक रूप से देश का अगला राष्ट्रपति चुन लिया है। इलेक्टोरल कालेज में सभी निर्वाचित सांसद वोट डालते हैं। इस वोटिंग में जो बिडेन को 306 वोट मिले जबकि प्रेसिडेंट बनने के लिए 270 वोट ही चाहिए होते हैं। इस चुनाव में ट्रंप को 232 इलेक्टोरल वोट मिले हैं। पॉपुलर वोटों में भी जो बिडेन को देशभर में ट्रम्प से ज्यादा वोट मिले हैं। कैलिफोर्निया से बिडेन को सबसे ज्यादा 55 इलेक्टोरल वोट मिले, जिसके दम पर उन्होंने आसानी से बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया। अब इलेक्टोरल कॉलेज के परिणामों को वॉशिंगटन भेजा जाएगा और 6 जनवरी को कांग्रेस की बैठक में इसे मिलाया जाएगा जिसकी अध्यक्षता उप राष्ट्रपति माइक पेंस करेंगे।
ये भी पढ़ें:बसपा नेता हत्याकांड: विधायक सुशील सिंह बुरा फंसे, अब होगी फिर से जांच
बिडेन ने की अपील
जो बिडेन ने राष्ट्रपति चुनाव में अपनी जीत के बाद इससे जुड़े किसी भी सवाल को दूर करने की मांग की है। उन्होंने इलेक्टोरल कॉलेज द्वारा जीत की आधिकारिक घोषणा के बाद अमेरिका के लोगों से कहा कि वे परिणाम को स्वीकार करें। बिडेन ने कहा कि अमेरिका की आत्मा की इस लड़ाई में, लोकतंत्र की जीत हुई है। हम लोगों ने वोट दिया। अब पन्ना पलटने का समय है. एक होने का समय है. उबरने का समय है।
इलेक्टोरल कॉलेज की बैठक को देखते हुए अमेरिका के कुछ राज्यों में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए थे क्योंकि इस बैठक से टीक पहले कई जगह बिडेन और ट्रम्प के समर्थक सड़क पर उतर आए थे और कुछ इलाकों में एक दूसरे से भिड़ंत भी हुई थी।
हिंसा की घटनाएं
इलेक्टोरल कॉलेज की बैठक से ठीक पहले अमेरिका में कई जगहों पर ट्रम्प और बिडेन समर्थकों के बीच हिंसा हुई थी। राजधानी वॉशिंगटन डीसी में हजारों लोगों के प्रदर्शन के दौरान कुछ लोग घायल भी हुए थे।
ये भी पढ़ें:केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बोले- किसानों को गुमराह कर रहे हैं कुछ लोग
क्या है इलेक्टोरल कालेज
अमेरिकी इलेक्टोरल सिस्टम में हर राज्य से एक इलेक्टर का चुनाव किया जाता है। ये चुनाव राज्य की जनसंख्या के आधार पर होता है। इलेक्टर्स राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए अपना वोट देते हैं, जो चुनाव में उनके राज्य का प्रतिनिधि करते हैं। इस साल इन वोट्स की भूमिका और अहम हो गई थी, क्योंकि राष्ट्रपति ट्रंप चुनावों में अपनी हार स्वीकार नहीं कर रहे हैं। अब तो इलेक्टोरल कालेज सिस्टम को खत्म करने की मांग उठ रही है।
रिपोर्ट- नीलमणि लाल
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।