Myanmar: भारत विरोधी समूहों के खिलाफ म्यांमार सेना ने शुरू किया अभियान, रिपोर्ट्स में हुआ खुलासा

Myanmar: म्यांमार में सक्रिय भारत विरोधी विद्रोही समूहों को खत्म करने के उद्देश्य से म्यांमार की सेना ने एक अभियान की शुरुआत की है।

Newstrack :  Network
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2022-01-14 13:33 IST

Myanmar: म्यांमार की सेना ने म्यांमार से सक्रिय भारत विरोधी विद्रोही समूहों को खत्म करने के उद्देश्य से एक अभियान की शुरुआत की है। इस मामले में सरकारी सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के आधार पर सूचना मिली है कि म्यांमार की सेना ने म्यांमार सीमा के भीतर ही शिविर लगाकर मौजूद भारतीय विरोधी और विद्रोही समूहों के खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत कर दी है।

इसी के मद्देनज़र भारतीय जांच और खुफिया एजेंसियां भी इस अभियान के तहत ​​म्यांमार की सेना के संपर्क में हैं जिससे कि आतंकवादी समूह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी जैसे संगठनों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें खत्म करने की योजना बनाई जा सके।

भारत विरोधी समूहों के खिलाफ आवाज बुलंद

बीते कुछ समय पूर्व ही आतंवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के आतंकियों ने असम राइफल्स के एक कर्नल और उसके परिवार की हत्या कर दी थी।

सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी की मानें तो भारतीय सेना पूर्ण रूप से इस संबंध में म्यांमार की सैन्य सरकार के संपर्क में है तथा साथ ही इसी साझा पहल के तहत ही बीते समय में म्यांमार सरकार ने 5 भारतीय विरोधी विद्रोहियों को अपने देश में पकड़कर भारतीय एजेंसियों को सौंप दिया है, जिसमें से एक शख्स को विशेष विमान से भारत लाया गया है।

म्यांमार द्वारा शुरू की गई इस कार्यवाही के मद्देनज़र अभीतक कि प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुल 2 भारत विरोधी के खिलाफ कार्यवाही की जा चुकी है। हालांकि अभीतक मामले सम्बंधी पूर्ण जानकारी की प्रतीक्षा है।

भारत विरोधी समूह से भारी क्षति

बीते समय में म्यांमार की सेना पर पनप रहे यह भारत विरोधी समूह देश को बेहद नुकसान पहुंचा चुके हैं। बीते वर्ष 13 नवंबर 2021 को मणिपुर में हुए एक आतंकवादी हमले में असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर सहित 5 जवान शहीद हो गए थे।

इसी के साथ मणिपुर में भारतीय-म्यांमार सीमा के निकट हुए एक आतंकी हमले में 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और 8 साल के बेटे सहित अन्य चार सैनिकों की शहादत हो गयी थी तथा मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में हुए एक और आतंकी हमले में चार अन्य सैनिक घायल हो गए थे।

इससे पहले भारत ने डोगरा रेजिमेंट बटालियन पर हुए आतंकी हमले में शामिल भारत विरोधी विद्रोही समूहों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की थी जिसमें 20 सैनिकों की जान चली गई थी।

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