गायब हुए थे जिनपिंग: जानें आखिर क्या है रहस्य, आपके होश उड़ जाएंगे
भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर तनाव चरम पर पहुंच चुका है। सोमवार रात की दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के कारण ये तनाव और गहरा चुका है।
बीजिंग: भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर तनाव चरम पर पहुंच चुका है। सोमवार रात की दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के कारण ये तनाव और गहरा चुका है। इस हिंसक झड़प में भारत ने कर्नल समेत भारतीय सेना के 20 जवान खो दिए। वहीं दूसरे देशों को भी इस दौरान काफी नुकसान होने की बात कही जा रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि चीन के 43 से अधिक सैनिक मारे गए हैं। हालांकि चीन ने इस पर आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
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दो हफ्तों के लिए गायब हो गए थे शी जिनपिंग
बता दें कि इससे पहले भी कई मौकों पर अपने रहस्य अपने तक ही बनाए रखा है। जैसा कई अन्य कम्युनिस्ट देश भी करते हैं। चीन ने उस दौरान भी रहस्य बनाए रखा था, जब तत्कालीन उप-राष्ट्रपति शी जिनपिंग दो हफ्तों के लिए गायब हो गए थे। ये घटना आठ साल पहले की है। जिनपिंग की किसी को कोई खबर नहीं थी। पार्टी की तरफ से भी कुछ भी साफ नहीं किया जा रहा था।
गुमशुदगी के दौरान उनकी हत्या की थीं अटकलें
वहीं शी जिनपिंग गुमशुदगी के दौरान ये तक कहा जाने लगा था कि उनकी हत्या हो चुकी है। या फिर उनका किडनैप हो चुका है। उनके गुमशुदगी के दौरान कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। कहा तो ये भी जा रहा था कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा है। उनके इस तरह अचानक गायब होने के दूसरे देशों में भी हड़कंप मच गया था। क्योंकि जिनपिंग उस समय चीन के काफी अहम व्यक्ति माने जाने लगे थे।
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कहां से शुरू हुआ था किस्सा?
यह किस्सा 31 अगस्त 2012 का है। इसके शुरूआती हफ्ते में शी जिनपिंग ने एक बैठक रखी थी, जो कि रेड सेकेंड जेनरेशन के लिए थी। उस मीटिंग में 30 से ऊपर उम्र के लोग ही शामिल थे। ये वे लोग थे जो पार्टी के प्रति अपनी वफादारी साबित करना चाहते थे या पार्टी में जगह बनाना चाहते थे। जिनपिंग की इन्हीं लोगों के साथ बैठक चल रही थी।
देखते ही देखते झड़प ने लिया हिंसक रूप
इस मीटिंग में अचानक से लोग एक-दूसरे का विरोध करने लगे। ये बहस देखते-देखते झड़प में बदल गई और बढ़ते-बढ़ते इस झड़प ने हिंसक रूप ले लिया। लोग हिंसक हो गए। एक-दूसरे पर कुर्सियां और ग्लास फेंकने लगे। वहीं शी जिनपिंग इस दौरान लोगों को शांत करने की कोशिश कर रहे थे। माहौल को ज्यादा गरमाता देख, जिनपिंग बाहर निकले और वहीं से वे गायब हो गए।
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जिनपिंग के गायब होने के बाद लगाई जानें लगें कई कयास
जिनपिंग के अचानक गायब होने के बाद तमाम तरह की अटकलें लगाई जाने लगीं। किसी का कहना था कि मीटिंग में उन्हें भी कुर्सी से चोट आई, जिससे वे घायल हो गए। वहीं कुछ का कहना था कि उनके विरोधियों ने उनकी हत्या कर दी है। ये मामला काफी गंभीर हो चुका था। उस दौरान जिनपिंग कई अहम बैठकों में शामिल भी नहीं हुए थे। इस दौरान सेक्रेटरी ऑफ स्टेट हिलेरी क्लिंटन और सिंगापुर के प्रधानमंत्री के साथ भी मीटिंग स्थगित कर दी गई थी, क्योंकि जिनपिंग का कुछ पता नहीं था।
उठे कई सवाल!
इस दौरान जिनपिंग के बीमार होने से लेकर उन्हें दिल का दौरा पड़ने तक की अटकलें लगाई जाने लगीं। कई तरह के सवाल भी उठाए जाने लगें। यहां तक कि यह भी सवाल खड़े हुए कि क्या चीन में राजनेताओं के बीच कोई गंदा पावर गेम चल रहा है? मीडिया में भी तरह-तरह की बातें उठने लगीं।
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आखिरकार जिनपिंग ने लगाया अटकलों पर विराम
यह भी अंदाजा लगाया गया कि तैरते हुए जिनपिंग की पीठ में कोई चोट लगी होगी। या फिर उनके किसी दुश्मन ने उनपर हमला कर दिया होगा। चीन के सोशल मीडिया पर सबसे बड़ी अफवाह ये आई थी कि शायद शी जिनपिंग को कोई ऐसी बीमारी हो गई हो, जिस वजह से वो टीवी या फिर लोगों के सामने नहीं आ सकते।
आज भी गायब होने का रहस्य- रहस्य ही है
इस सभी अटकलों पर विराम तब लगा जब तत्कालीन उप राष्ट्रपति शी जिनपिंग फिर से दिखाई दिए। तो दो हफ्तों बाद यानी 14 दिनों बार सब के सामने आए। हालांकि उसके बाद भी ये खुलासा नहीं हुआ कि आखिरी शी जिनपिंग कहां औ क्यों गायह रहे। ये सवाल आज भी रहस्य ही बनकर रह गया है।
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