परमाणु हथियारों का खौफ: फिर सनकी तानाशाह से कांपे सारे देश, किया बड़ा ऐलान
उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच लगातार दूरियां बढ़ती ही जा रही हैं। जारी इस तनाव के पीछे उत्तर कोरिया प्रमुख का वो बयान है जिसमें उन्होंने अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ाने की बात कही है।
सिओल। ताजा खबरें मिली है कि कोरियाई प्रायद्वीप पर एक बार फिर से उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच लगातार दूरियां बढ़ती ही जा रही हैं। जारी इस तनाव के पीछे उत्तर कोरिया प्रमुख का वो बयान है जिसमें उन्होंने अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ाने की बात कही है। बात ये है कि किम के बयान से डरे हुए दक्षिण कोरिया ने भी अब इसको देखते हुए अपनी सुरक्षा के लिए सैन्य क्षमता को आगे बढ़ाने की बात कही है। साथ ही दक्षिण कोरिया ने कहा है कि वो उत्तर कोरिया से लॉन्च की जाने वाली मध्यम दूरी की मिसाइलों से बचाव के लिए ने कहा है कि अपनी सैन्य क्षमता को और अधिक उन्नत रूप देगा।
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बैलेस्टिक मिसाइल (SLBM) का अंडरवाटर परीक्षण
ऐसे में उत्तर कोरिया के सूत्रों से मिली खबर के अनुसार, दक्षिण कोरिया ने कहा है कि वो इस वर्ष सबमरीन से लॉन्च की जाने वाली बैलेस्टिक मिसाइल (SLBM) का अंडरवाटर परीक्षण करेगा। इस बैलेस्टिक मिसाइल का नाम Hyunmoo-2B है, जिसकी रेंज करीब 500 किमी है।
इस बारे में रक्षा अधिकारियों के अनुसार, इस मिसाइल को 3000 टन क्लास की सबमरीन से लॉन्च किया जा सकेगा। पिछले वर्ष ही दक्षिण कोरिया ने इस मिसाइल जमीन से परीक्षण किया था। हालांकि दक्षिण कोरिया ने अब तक इस बात का खुलासा नहीं किया है कि वो इसके लिए किस तरह के प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करेगा।
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प्रायद्वीप में शांति
हालाकिं इसके बारे में पूछे जाने पर रक्षा अधिकारियों ने कोई भी जानकारी देने से साफ मना कर दिया है। जानकारी को लेकर उनका कहना है कि दक्षिण कोरिया इस पूरे प्रायद्वीप में शांति चाहता है। इसके अलावा अपनी रक्षा और सुरक्षा उसकी सबसे पहली प्राथमिकता है। इसके लिए वो अपने प्रयास निरंतर जारी रखेगा।
इसी सिलसिले में प्रवक्ता का ये भी कहना है कि दक्षिण कोरिया के पास उत्तर कोरिया की मध्यम दूरी की मिसाइलों से बचाव की क्षमता मौजूद है। बता दें, उत्तर कोरिया में पिछले 5 सालों में कांग्रेस की पहली बार बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में किम ने अधिकारियों को ऐसे छोटे, हल्के परमाणु हथियार बनाने का आदेश दिया है जिनकी मारक क्षमता अधिक हो।
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