घटती आबादी से परेशान चीन, अब तीन बच्चे पैदा करने की इजाजत
घटती जन्म दर और बढ़ती बूढ़ी आबादी से परेशान चीन ने अब सभी कपल्स को तीन-तीन बच्चे पैदा करने की इजाजत दे दी है।
लखनऊ। घटती जन्म दर और बढ़ती बूढ़ी आबादी से परेशान चीन ने अब सभी कपल्स को तीन-तीन बच्चे पैदा करने की इजाजत दे दी है। चीन की सत्तासीन कम्युनिस्ट पार्टी ने देश की आर्थिक तरक्की और मजबूती को ध्यान में रख कर ये बड़ा कदम उठाया है। कम्युनिस्ट पार्टी की कल हुई पोलितब्यूरो मीटिंग में फैसला लिया गया कि जनसंख्या में बढ़ते असंतुलन को दुरुस्त करने के लिए सभी दंपत्तियों को तीन बच्चे की अनुमति दी जाए। साथ ही अन्य सहयोगी नीतियों को लागू किया जाए।
पोलितब्यूरो की बैठक अगले पांच साल में लागू होने वाले बड़े नीतिगत उपायों पर चर्चा हुई है। अभी ये तय नहीं है कि तीन बच्चों संबंधी फैसला कब से लागू होगा। बच्चे पैदा करने पर चीन में दशकों से बहुत सख्त नीति लागू है। बरसों तक चीन में दंपत्तियों को सिर्फ एक बच्चे की इजाजत थी। 2016 से इसमें बदलाव किया गया और दो बच्चों की इजाजत दे दी गई। लेकिन इसके बावजूद जन्मदर कम होती जा रही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब और छूट दिए जाने से बहुत फर्क नहीं पड़ने वाला है।
ज्यादा कामकाजी आबादी पाने के क्रम में रिटायरमेंट उम्र को बढ़ाने की भी योजना है। पोलितब्यूरो ने कहा है कि रिटायरमेंट उम्र को चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जाएगा। एक अनुमान है कि मौजूदा परिस्थितियों में चीन की जनसंख्या 2025 से पहले ही चरम स्थिति यानी पीक पर पहुंच जाएगी। चीन में पिछले दशक में सालाना औसत जनसंख्या वृद्धि 0.53 फीसदी रही है जो 50 के दशक से सबसे धीमी वृद्धि है। चीन में पिछले साल सिर्फ 1 करोड़ 20 लाख शिशु पैदा हुए जो 1961 के बाद से सबसे कम संख्या है।