खुदाई में निकला चौकाने वाला दृश्य, सुर्खियों में आया इटली का तबाह होने वाला शहर
उस शहर के आसपास रहने वाले शहर के लोगों का मानना है कि 16000 से भी लोगों की यहां इस में दबकर मौत हुई। इस घटना के बाद इस शहर की किसी ने सुध नहीं ली वर्ष 1748 में कुछ युवा सेनानी वहां पहुंचे। पत्थर बने शरीर को देखकर हैरान रह गए। जो जैसा था वैसा ही दिखा इमारतें भी वैसी थी।
इटली का पोम्पेई शहर फिर एक बार सुर्खियों में आ गया है। करीब 170 एकड़ में फैला हुआ यह पोम्पेई शहर कभी इटली में 9 सौ साल पहले 79 A.D घूमने वाली जगह में से एक हुआ करता था। इस जगह पर लोग बहुत दूर-दूर से घूमने के लिए आते थे।बताते हैं इस जगह के कुछ रोचक बातें। 900 साल पहले79 A.D. के इस शहर की चर्चा का कारण है। खुदाई में एक ऐसी दुकान मिली जहां गरमा गरम खाने और एक की व्यवस्था होती थी।
50 बार फैट चुका हैं ज्वालामुखी
खुदाई के दौरान मिली दुकान किसी पुराने रेस्टोरेंट्स की तरह है। आपके लिए जाना बहुत ही रोमांचक होगा कि आखिर यह इटली का शहर नक्शे से खत्म कैसे हो गया।आपको बता दें इसकी वजह नेपल्स की खाड़ी में आया वह भयंकर ज्वालामुखी है। जिसने रातों-रात इस शहर को आबादी से पत्थर में तब्दील कर दिया। यह ज्वालामुखी अब तक 50 से अधिक बार हो चुका है। लेकिन सबसे अधिक खतरनाक जिस्पोट 19 साल पहले 79 A.D. में हुआ था। ज्वालामुखी फटते ही इतनी गर्मी से इस शहर में पूरा बौखला गया। इसकी गर्मी लोग बर्दास्त नहीं कर पा रहे थे।
संभालने का मौका नहीं मिला
लोगों के खून उबलने लगे थे जिससे उनकी तुरंत मौत हो गई। इसके बाद शहर का नामोनिशान मिट गया इसकी खोज करने पर पता चला। कि इस शहर के लोग जिस पोजीशन में उस समय थे उसी पोजीशन में मिले थे। जैसे कि कोई व्यक्ति और काम कर रहा है। उसी दौरान उसकी मौत हो गई थी। इसका मतलब यह था कि इस ज्वालामुखी की गति इतनी तेज थी कि किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। ना ही खुद की रक्षा करने का मौका मिला।
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Mount Vesuvius फटा था
आपको बता दें इस ज्वालामुखी का नाम Mount Vesuvius था। यह ज्वालामुखी थोड़े समय में नहीं बनता है। इस ज्वालामुखी के बारे में उस शहर के लोगों को पहले से मालूम था। लेकिन छोटे-मोटे विस्फोट होते रहने की वजह से वहां के लोगों को कोई खतरा नहीं हुआ। लेकिन जब 79 एडी में ज्वालामुखी भयंकर तरीके से फटते ही आसमान में धूल धूल और राख पत्थर भरने लगे ज्वालामुखी सैकड़ों मिलते भी लोगों को दिखाई दे रहा था। इस ज्वालामुखी की फटने की रफ्तार 100 मील प्रति घंटे थी। धूल और चट्टानों के नीचे पूरा पपई शहर दब गया।
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रेस्त्रांनुमा मिला पूरा नक्शा
उस शहर के आसपास रहने वाले शहर शहर के लोगों का मानना है कि 16000 से भी लोगों की यहां इस में दबकर मौत हुई। इस घटना के बाद इस शहर की किसी ने सुध नहीं ली वर्ष 1748 में कुछ युवा सेनानी वहां पहुंचे। पत्थर बने शरीर को देखकर हैरान रह गए। जो जैसा था वैसा ही दिखा इमारतें भी वैसी थी। लोगों के पत्थर बने शरीर शरीर भी वैसे थे ज्वालामुखी आने से पहले सड़कों पर ब्रेड और सब्जियां पत्थर के नीचे से दबे मिले। पोम्पेई शहर के पुरातात्विक पार्क रेगियो वी में पाई गई हैं। इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि पूरी की पूरी दुकान मिली है।
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