खुदाई से पाकिस्तान में मिला 3 हजार पुराना शहर, यहां से जुड़ा सिकंदर महान के तार

सदियों पुरानी सभ्यता संस्कृति को हम भले नहीं देख पाए लेकिन उसे जानने की चाहत दिल में रहती है।तभी तो पुराने अवशेष की खोज की जाती है।उस पर शोध किया जाता है। अभी हाल में ही पाकिस्तान में एक खुदाई हुई, जिसमें 3000 साल पुराने शहर के अवशेष पाकिस्तान में मिले है।

Update: 2019-11-15 15:05 GMT

जयपुर: सदियों पुरानी सभ्यता संस्कृति को हम भले नहीं देख पाए लेकिन उसे जानने की चाहत दिल में रहती है।तभी तो पुराने अवशेष की खोज की जाती है।उस पर शोध किया जाता है। अभी हाल में ही पाकिस्तान में एक खुदाई हुई, जिसमें 3000 साल पुराने शहर के अवशेष पाकिस्तान में मिले है। इस शहर की खोज इटली के पुरातत्व विशेषज्ञों की मदद से की गई है। इस संयुक्त उत्खनन में सिकंदर महान के अवशेष भी मिले है। इस समय के प्रसिद्ध खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बेज़ेरा नाम की शहर की खोज की गई थी। जहां 5,000 साल पुरानी सभ्यता और इसकी कलाकृतियों के लिए खोज में उस काल के हिंदू मंदिरों, सिक्कों, स्तूपों, बर्तनों और हथियारों के निशान भी मिले।

 

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पुरातत्वविदो ने कहा कि 326 ईसा पूर्व में सिकंदर अपनी सेना के साथ स्वात में आया था और उसने एक लड़ाई में शत्रुओं पर विजय पाई थी और यही पर बेज़ेरा नाम के किले का निर्माण किया। सिकंदर के काल से पहले भी शहर में जीवन के निशान पाए गए थे। सिकंदर से पहले, इंडो-ग्रीक, बुद्धमत, हिंदू शाही और मुसलमान इन धर्मों के अनुयायी शहर में रहते थे।

 

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भारतीय पुरातत्व विभाग ने साल 1922 मोहनजोदड़ो को खोजा था। इसके बाद 1947 में जब भारत का विभाजन हुआ तो ये पाकिस्तान के सिंध प्रांत चली गई थी। और फिर 50 सालों तक कई चरणों में यहां खुदाई की गई। इस दौरान यहां ताम्र युग में बसे एक शहर के अवशेष मिले।लगभग 1900 ईसापूर्व में इसका अंत हो गया।वैज्ञानिकों का मानना है कि मोहनजोदड़ो को सबसे बड़ा खतरा पर्यटकों से है जो हर साल हजारों की संख्या में वहा जाते है।

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