कराचीः पाकिस्तान के इस शहर में इस साल भी हिंदू समुदाय ने लक्ष्मी-नारायण मंदिर में धार्मिक आस्था के साथ रक्षाबंधन का त्योहार मनाया। मंदिर में पूजा के लिए कराची के अलग-अलग हिस्सों से महिलाएं और लड़कियां आई थीं। उनके लिए यहां खास व्यवस्था की गई थी।
पड़ोसियों को बांधी राखी
दिशा और योगी ने अपने पड़ोसी बोमक और लकश को राखी बांधी। दोनों ने उनकी रक्षा करने का वचन भी दिया। मंदिर आईं लक्ष्मी भेमजी ने दोनों बेटों को राखी का त्योहार मनाते देखकर बताया कि उनकी पहली बेटी तीन साल की उम्र में गुजर गई थी। अगर वह होती तो अपने इन भाइयों को राखी बांधती। लक्ष्मी का कहना था कि उन्होंने भी अपने चार भाइयों मोहन, नारायण, नरेश और राजेंद्र के लिए राखी खरीदी है। इनमें से दो दर्जी और दो फाइव स्टार होटल में खानसामा का काम करते हैं।
खास है ये मंदिर
लक्ष्मी-नारायण मंदिर का रक्षाबंधन से सांस्कृतिक जुड़ाव रहा है। मंदिर के सामने नदी बहती है। यहां काफी वक्त से हिंदू समाज के लोग पूजा करने आते हैं। मंदिर के सामने एक महिला पानी में आटे की गोलियां डाल रही थीं। इस बुजुर्ग महिला का मानना है कि इस नदी का पानी गंगा में जाकर मिलता है। रक्षाबंधन के बारे में मंदिर के पुजारी अर्जुन महाराज ने बताया कि ये पर्व सात दिनों तक चलता है।