पाकिस्तान में घमासान: इमरान बन गए अपनों का निशाना, इस्तीफे पर आया गुस्सा

इमरान खान ने सेना को लेकर कड़े तेवर दिखाते हुए कहा कि अगर किसी सेना प्रमुख ने मुझसे इस्तीफा मांगा होता तो मैंने तत्काल उसे हटा दिया होता। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मैं विपक्षी दलों के कहने पर इस्तीफा नहीं दूंगा।

Update: 2020-10-02 07:49 GMT
इमरान खान ने दिखाए कड़े तेवर

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को सेना को लेकर कड़े तेवर दिखाए और यहां तक कह दिया कि अगर सेना प्रमुख ने मुझ पर अपने पद से हटने के लिए दबाव डाला होता तो मैंने उनसे इस्तीफा मांग लिया होता। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई सेना प्रमुख बिना मुझसे पूछे करगिल पर हमला करता तो उसे तत्काल हटा देता। दरअसल, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक बयान में कहा कि साल 2014 में लेफ्टिनेंट जनरल जहीर-उल-इस्लाम ने उनसे PM पद से हटने के लिए कहा था।

मैं सेना प्रमुख का इस्तीफा ले लेता

इमरान खान ने गुरुवार को एक इंटरव्यू में कहा है कि अगर सेना प्रमुख ने मुझ पर प्रधानमंत्री पद से हटने हटने के लिए दबाव डाला होता तो मैं सेना प्रमुख का इस्तीफा ले लेता। इमरान ने कहा कि मैं लोकतांत्रिक तरीके से प्रधानमंत्री के तौर पर चुना गया हूं, मुझसे ऐसा कहने की हिम्मत किसमें हो सकती है। उन्होंने कहा कि जब पूर्व सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ श्रीलंका दौरे पर थे तो शरीफ ने खुद ही उन्हें हटाने की कोशिश की थी।

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इमरान खान ने कहा- मैं नहीं दूंगा इस्तीफा (फोटो- सोशल मीडिया)

देश को चलाना सेना का काम नहीं है

वहीं अपनी सरकार और सेना के बीच रिश्ते पर इमरान ने कहा कि पाकिस्तान में हमेशा से ही सरकार और सेना के बीच कोई ना कोई परेशानी रही है। हालांकि इमरान ने ये भी सवाल खड़ा किया कि अगर पहले किसी सेना प्रमुख ने कोई गलती की है तो क्या संस्था को भी हमेशा के लिए खराब करार दे दिया जाएगा। इमरान ने कहा कि अतीत सीखने के लिए होता है और हमने सीखा है कि देश को चलाना सेना का काम नहीं है।

इतिहास के सबसे अच्छे दौर में सरकार और सेना के संबंध

इमरान ने आगे कहा कि अगर लोकतंत्र देश को क्षति पहुंचा रही है तो इसका मतलब ये नहीं है कि इसे सैन्य शासन में तब्दील कर दिया जाए। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कई सालों में पाकिस्तान की सेना काफी आगे बढ़ चुकी है। इमरान का दावा है कि मौजूदा समय में सरकार और सेना के बीच संबंध इतिहास के सबसे अच्छे दौर में है और इसकी वजह यह है कि पाक सेना पूरी तरह से लोकतांत्रिक सरकार के समर्थन में खड़ी है।

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इमरान ने की नवाज की आलोचना

इस दौरान इमरान ने नवाज शरीफ की आलोचना भी की। पूर्व प्रधानमंत्री के बारे में इमरान ने कहा कि वो कभी लोकतांत्रिक नहीं थे। उन्हें पहले जनरल जिलानी ने आगे बढ़ाया और उसके बाद जनरल जिया ने। इमरान ने कहा कि वैश्विक स्तर की पाकिस्तानी एजेंसियों ने हमेशा नवाज पर अविश्वास जताया।

मैं इस्तीफा नहीं दूंगा-इमरान खान (फोटो- सोशल मीडिया)

मैं इस्तीफा नहीं दूंगा

वहीं इमरान खान ने यह भी कहा कि मैं विपक्षी दलों की मांग पर इस्तीफा नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि मैंने पांचों नेशनल एसेंबली सीट के चुनाव जीते हैं तो मैं ऐसे चोरों की डिमांड पर इस्तीफा क्यों दूंगा। बता दें कि विपक्षी दलों की ओर से चेतावनी दी गई है कि वह एसेंबली में इमरान खान की सरकार को गिराने के लिए अपने सदस्यों से इस्तीफा दिलवा देंगे। हालांकि इमरान ने इस चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया है।

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