BRICS Summit 2023: PM मोदी और शी जिनपिंग के बीच अनौपचारिक बातचीत, सीमा पर तनाव कम करने के प्रयास होंगे तेज

BRICS Summit 2023: दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स समिट का आयोजन हुआ है। भारत सहित चीन, ब्राजील, साउथ अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्ष भी वहां मौजूद हैं। इसी दौरान प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग बातचीत करते नजर आए।

Update:2023-08-24 16:13 IST
pm modi with xi jinping (Social media)

BRICS Summit 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) गुरुवार (24 अगस्त) को 15वें ब्रिक्स सम्मेलन से दौरान सभी सदस्य नेताओं से मिले और एक साझा प्रेस कांफ्रेंस में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री मोदी की BRICS नेताओं से बातचीत हुई। प्रेस कांफ्रेंस शुरू होने से पहले पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) को संक्षिप्त बातचीत करते हुए देखा गया।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने गुरुवार देर शाम बताया कि, ब्रिक्स से हटकर प्रधानमंत्री मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत की। दोनों नेता अपने संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द तनाव कम करने के प्रयासों को तेज करने का निर्देश देने पर सहमत हुए हैं। उन्होंने बताया कि, पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को LAC पर अनसुलझे मुद्दों पर चिंताओं से अवगत कराया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा, भारत-चीन संबंधों (India-China relations) को सामान्य बनाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान करना आवश्यक है।'

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दोनों नेताओं के बातचीत का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें पीएम मोदी और शी जिनपिंग को बातचीत करते देखा जा सकता है। इससे पहले, ब्रिक्स बिजनेस फोरम (BRICS Business Forum) की बैठक में दोनों नेताओं के साथ आने की उम्मीद थी। ये अलग बात है कि शी जिनपिंग इस मीटिंग में शामिल नहीं हुए। उन्होंने अपनी जगह चीन के वाणिज्य मंत्री वांग वेनटाओ को भेजा। इस बैठक को प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधित किया।

2020 से भारत-चीन के रिश्ते 'नाजुक'

दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान 24 अगस्त को एक अहम वाकया देखने को मिला। प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हुई। मंच की तरफ बढ़ते हुए दोनों नेताओं में गुफ्तगू हुई। मंच की तरफ जाते वक़्त दोनों लगातार बातचीत करते नजर आए। गौरतलब है कि, साल 2020 के बाद से भारत और चीन के रिश्ते नाजुक दौर से गुजर रहे हैं। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद चल रहा है। इसी वजह से बॉर्डर पर भी तनाव है। इस सब के बीच दोनों नेताओं की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है।

गलवान घटना के बाद से बिगड़े हालात

साल 2020 में गलवान घटना के बाद से भारत-चीन के राष्ट्र प्रमुखों के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता (India-China Bilateral Talks) नहीं हुई है। दोनों ही नेता इससे पहले जी-20 समिट के दौरान कुछ देर के लिए मिले थे। वहीं अब ब्रिक्स सम्मेलन में भी ऐसा ही देखने को मिला। हालांकि, ब्रिक्स समिट से पहले भारत-चीन की सेनाओं ने लद्दाख बॉर्डर (Ladakh border) पर बातचीत की। अभी तक दोनों देश सेना के स्तर पर कई दौर की बातचीत कर चुके हैं।

SCO के मंच पर दिखे थे शी-PM मोदी

पीएम मोदी और शी जिनपिंग पिछले साल यानी 2022 में उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) के समरकंद में आयोजित शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) में भी एक साथ मंच पर दिखे थे। उस समय भी दोनों नेताओं के बीच कोई भी द्विपक्षीय वार्ता नहीं हुई थी। हालांकि, यह बैठक गोगरा फ्रिक्शन पॉइंट पर हुई तकरार को सुलझाने की कोशिशों के बीच हुई थी।

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